कोरोनावायरस के खिलाफ अब बच्चों को भी वैक्सीनेट करने की तैयारी तेजी से शुरू हो रही है. अमेरिका में पहले से ही 12 साल से ऊपर के बच्चों को वैक्सीन लगाई जाने लगी है और अब जर्मनी में भी सोमवार से 12 साल से ऊपर के बच्चों को वैक्सीन लगाई जाएगी. अभी तक यहां 16 साल से ऊपर के बच्चों को वैक्सीन लगाने की अनुमति थी, लेकिन आज से 12 से 15 साल की उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन लगेगी. ये फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन होगी, जिसे यूरोपियन यूनियन की मेडिकल एजेंसी (EMA) की ओर से मंजूरी मिल चुकी है.
ईएमए ने हाल ही में फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को 12 से 15 साल की उम्र के बच्चों को भी लगाने की मंजूरी दी है. कनाडा पहला देश था जिसने फाइजर की वैक्सीन को बच्चों को लगाने की मंजूरी दी थी. उसके बाद अमेरिका ने भी इस वैक्सीन को एप्रूव कर दिया.
वो देश जिन्होंने बच्चों की वैक्सीन पर बढ़ाए कदम, जानिए कब-कहां शुरू हो रहा है टीकाकरण?
जर्मनी की चांसल एंजेली मार्केल का कहना है कि बच्चों को वैक्सीन लगवाना या नहीं लगवाना, ये उनके माता-पिता पर निर्भर करता है. अभी जर्मनी में बच्चों को वैक्सीन लगाना जरूरी नहीं किया है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक सर्वे के मुताबिक, 51% माता-पिता अपने बच्चों को वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते.
भारत का क्या है अपडेट?
भारत में बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है. पटना एम्स में अब तक 10 बच्चों को कोवैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. दिल्ली एम्स में भी जल्द ही ट्रायल शुरू हो जाएगा. इस ट्रायल में देशभर के 2 से 18 साल की उम्र के 525 बच्चों को शामिल किया जाएगा. जुलाई के बीच तक ट्रायल पूरा होने के उम्मीद है. इसके बाद नतीजों के आधार पर वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दी जाएगी.