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साढ़े तीन लाख 18+ लोगों का हुआ वैक्सीनेशन, गुजरात रहा अव्वल

एक मई से देश भर में 18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाना शुरू करने का एलान किया गया. इसके लिए अनिवार्य रजिस्ट्रेशन को लेकर भी बहुत बड़ी संख्या में लोग सामने आए. वहीं हैरानी की बात ये है कि इस अभियान में मजबूती के साथ नौ राज्य ही आगे बढ़ पाए हैं, जिसमें से गुजरात नंबर वन पर है. 

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गुजरात ने एक लाख से ज्यादा 18+ वालों का किया वैक्सीनेशन (फाइल फोटो)
गुजरात ने एक लाख से ज्यादा 18+ वालों का किया वैक्सीनेशन (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अब तक 9 राज्य ही शुरू कर पाए 18+ वालों का वैक्सीनेशन
  • देशभर में अब तक लगाई गईं 15.89 करोड़ वैक्सीन
  • गुजरात में 1,08,191 का हुआ वैक्सीनेशन

देश में कोरोना महामारी ने जहां त्राहि-त्राहि मचा रखी है, वहीं 18 से 44 साल के आयुवर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाने का काम जोर नहीं पकड़ पा रहा. देश के तमाम राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में सिर्फ 9 राज्य ही ऐसे हैं, जो इस आयुवर्ग के लोगों को वैक्सीन लगा पा रहे हैं. 4 मई की सुबह आठ बजे तक के डेटा को देखा जाए, तो तब तक 9 राज्यों में 18-44 आयुवर्ग के लोगों में 3,47,395 का वैक्सीनेशन हो चुका था. 

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ये तीन राज्य टॉप थ्री में
गुजरात देश में 18-44 आयुवर्ग के लोगों में से 1,08,191 को वैक्सीन लगाने के साथ इस मामले में सब से टॉप पर है. दूसरे नंबर पर 76,151 वैक्सीन लगाने के साथ राजस्थान आता है. तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र ने अब तक इस आयुवर्ग के 73,714 लोगों को कवर किया है. वहीं बाकी 27 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों की भी मांग है कि उन्हें वैक्सीन जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए, जिससे कि वो तीसरे चरण का वैक्सीनेशन शुरू कर सकें. 

युवा वर्ग पर खतरा 
कोरोना की मौजूदा लहर में देखा गया है कि पिछली लहर के मुकाबले इस बार बड़ी संख्या में युवा वर्ग के लोग कोविड-19 पॉजिटिव हो रहे हैं. यही लोग ज्यादा कामकाजी होते हैं और घरों का खर्च चलाना अधिकतर इन्हीं पर निर्भर होता है. ऐसे में उनके काम के लिए घर से निकलने पर संक्रमण का जोखिम अधिक रहता है. 

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इन 9 राज्यों में शुरू हुआ वैक्सीनेशन 

जिन 9 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू किया है. उनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं. हालांकि ये राज्य भी वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने की लगातार मांग कर रहे हैं, जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके. उपलब्ध डेटा के मुताबिक इन नौ राज्यों में छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और उत्तर प्रदेश वैक्सीन की डेढ़-डेढ़ लाख का अब तक इंतजाम कर चुके हैं. इसी तरह गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान भी वैक्सीन की तीन तीन लाख डोज जुटा चुके हैं. वहीं दिल्ली ने सबसे ज्यादा साढ़े चार लाख डोज जुटाई हैं.  

 मांग के अनुरूप नहीं हो पा रहा प्रोडक्शन
अगर कवरेज की बात की जाए तो 4 मई को सुबह 8 बजे तक छत्तीसगढ़ में 1,025, दिल्ली में 40,028, गुजरात में 1,08,191, जम्मू और कश्मीर में 5,587, कर्नाटक में 2,353, महाराष्ट्र में 73,714, ओडिशा में 6,802,  राजस्थान में 76,151 और उत्तर प्रदेश में 33,544 लोगों को वैक्सीन से कवर किया जा चुका था. अगर सभी आयुवर्ग को मिलाकर भारत को जितनी वैक्सीन की दरकार है, उतना प्रोडक्शन वैक्सीन निर्माता कंपनियों की ओर से अभी नहीं हो पा रहा है. 

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अब तक लगाई गईं 15.89 करोड़ वैक्सीन 
सीरम इंस्टीट्यूट से उम्मीद है कि वह 7 करोड़ खुराक मई में दे पाएगा, जबकि भारत बायोटेक दो करोड़ अतिरिक्त खुराक बना सकती है. ऐसे में राज्यों की कोशिश है कि वो अधिक से अधिक अपने लिए वैक्सीन जुटा सकें. उधर, केंद्र सरकार का कहना है कि भारत में अभी तक कुल 15.89 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं. केंद्र सरकार का यह भी कहना है कि राज्यों को अभी तक 16.69 करोड़ वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई गई है, जिसमें से 75 लाख से ज्यादा डोज राज्यों के पास अभी भी बची हुई है. इसके अलावा 48 लाख डोज अगले 3 दिनों में राज्यों को उपलब्ध होंगी. 

 

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