केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन बाजार में आम दवाइयों की तरह उपलब्ध नहीं होगी. भविष्य में ऐसी कोई योजना भी नहीं है, क्योंकि अभी जो कोरोना वैक्सीन बनाई गई है, वह सिर्फ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बनाई गई है. वैक्सीन को एक्सपर्ट्स और डॉक्टरों की खास निगरानी में रखा गया है. इसलिए खुले बाजार में दूसरी दवाइयों की तरह उपलब्ध कराने की अभी कोई संभावना नहीं है.
सक्षम लोग पैसे देकर लगवाएं वैक्सीन
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आजतक के साथ खास बातचीत में कहा कि जो लोग सक्षम हैं, उन्हें पैसे देकर ही वैक्सीन लगवानी चाहिए. फिर चाहे वह कोई मंत्री हो, सांसद हो या फिर कोई व्यक्ति. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत बायोटेक की वैक्सीन लगवाकर स्वदेशी को बढ़ावा दिया है और उन तमाम भ्रांतियों और सवालों का जवाब दिया है, जो लोग अलग-अलग तरह की बातें कर रहे थे, या जो सवाल उठा रहे थे. पीएम मोदी ने आज खुद आगे आकर वैक्सीन लगवाई.
कांग्रेस के सवाल नहीं जवाब देने लायक
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा आदर्श प्रस्तुत करते रहे हैं. पीएम मोदी के वैक्सीन लगवाने से ओर लोग भी आगे आकर अब ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगवाएंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी बारी का इंतजार किया और सिस्टम के हिसाब से वैक्सीन लगवाई. कांग्रेस पार्टी द्वारा सवाल खड़ा किए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के इन सवालों का क्या जवाब दिया जाए. जवाब देने लायक भी नहीं हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वक्सीनेशन के दूसरे चरण की शुरुआत के पहले दिन 23 लाख लोगों का पंजीकरण हुआ है.
इन्होंने भी लगवाई वैक्सीन
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली. वहीं केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में COVID-19 वैक्सीन की पहली डोज ली. मुंबई के जेजे अस्पताल में एनसीपी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने भी कोरोना वैक्सीन लगवा ली है. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चेन्नई के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ली. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के IGIMS अस्पताल में कोरोना की वैक्सीन लगवाई.