राजधानी दिल्ली में कोरोना जिस तेजी से फैल रहा है, उसने सरकार और प्रशासन दोनों की नींद उड़ा रखी है. लगातार अस्पतालों में कोरोना के मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहा है. आलम ये है कि हॉस्पिटल शुरू होने से पहले ही आईसीयू फुल हो रहे हैं. हम बात कर रहे हैं हिंदू राव हॉस्पिटल की, जहां कोरोना केयर सेंटर शुरू किया गया, तो यहां सेवा शुरू होने से पहले ही मरीजों की लंबी लाइन लग गई.
दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले हिंदू राव हॉस्पिटल को आज से कोरोना हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया, जहां पर आज से 200 बेड की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही 10 आईसीयू और 10 वेंटिलेटर की सेवा भी शुरू हुई है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश की मानें तो मरीजों की तादाद इस कदर तेजी से बढ़ रही है कि अस्पताल में सेवा शुरू होने से पहले मरीज लंबी लाइन लगाकर इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. हालत यह है कि सेवा शुरू होने से पहले आईसीयू बेड फुल हो गए हैं. मेयर जयप्रकाश ने बताया कि पिछले साल हिंदू राव हॉस्पिटल को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया गया था, जिसमें बड़ी तादाद में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे थे.
वहीं इस बार कोरोना की दूसरी लहर में भी लोगों ने हिंदू राव हॉस्पिटल का रुख किया, लेकिन यहां इलाज नहीं हो पा रहा था, जिसके बाद यहां पर सेवाओं की फिर से शुरुआत की गई है. इसके साथ ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आने वाले बालक राम हॉस्पिटल के अंदर भी 200 बेड का कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था की गई है. आने वाले दो-चार दिनों में अस्पताल में कोविड-19 के साथ-साथ आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा, ताकि मरीजों का इलाज हो सके.