राजस्थान में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही यहां कई तरह के गिरोह भी सक्रिय हो गए हैं. जयपुर पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का खुलासा किया, जो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनाने का काम कर रहा था. इस गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने राजधानी जयपुर के मानसरोवर स्थित डॉ. बीएल लैब व एबी डाइगोनिस्ट के दो कर्मचारियों को दबोचा है. इन कर्मचारियों के नाम अभिषेक और निखिल हैं. एसएचओ महावीर सिंह राठौड़ ने बताया कि ये दोनों कर्मचारी एक गैंग के रूप में कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनाने का काम करते थे. उन्होंने बताया कि घर-घर जाकर ये दोनों लोगों के सैंपल लेते थे, इसके बाद कोरोना निगेटिव की फर्जी रिपोर्ट तैयार करते थे.
एचएचओ ने बताया कि अभिषेक द्वारा अपने सहयोगी निखिल को वॉट्सऐप पर रिपोर्ट भेजी जाती थी. इसके बाद निखिल लैब में जाकर पुरानी रिपोर्ट को गगूल पर ऑनलाइन एप के जरिए बदलकर तैयार करता था. इसके बाद ये रिपोर्ट लोगों को भेजी जाती थी.
लोगों से फर्जी रिपोर्ट के नाम पर मोटा पैसा भी वसूला जाता था. पुलिस पूछताछ में इस मामले का खुलासा होने के बाद जयपुर पुलिस अलर्ट हो गई है. वहीं पुलिस द्वारा ये जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस गैंग में और कौन शामिल है.
बता दें कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. राज्य में पिछले 24 घंटे में 16089 नए केस आए हैं, जबकि 121 लोगों ने इस संक्रमण की वजह से जान गवां दी है. राजस्थान में कोरोना के ऐक्टिव मरीज अब 1,55,182 हो गए हैं.