महाराष्ट्र में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ती नजर आ रही है. राज्य में डेल्टा वेरिएंट के कुल 45 मामले सामने आए हैं. डेल्टा वेरिएंट से सबसे ज्यादा प्रभावित जिले रत्नागिरी और जलगांव हैं. जलगांव में जहां डेल्टा वेरिएंट के 13 केस हैं, वहीं रत्नागिरी में कुल 11 केस हैं. कुल 45 मामलों में से कुल 27 पुरुष और 18 महिलाएं हैं. 6 मरीजों की उम्र 18 साल से कम की है.
कोरोना की धीमी होती रफ्तार के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य को संबोधित किया और कई छूटों का ऐलान किया है. सीएम ठाकरे ने ऐलान किया है कि 15 अगस्त से मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी. पहले फेज में जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी है, केवल वही यात्रा कर सकेंगे. संपूर्ण टीकाकरण के 14 दिन बाद ही यात्रियों को मेट्रो में यात्रा करने की इजाजत दी जाएगी.
सीएम ठाकरे ने जानकारी दी है कि एक ऐप के जरिए लोगों को यह बताना होगा कि उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है, तभी पास दिया जाएगा. जिनके पास फोन नहीं है, उनके लिए कार्यालय में इसकी व्यवस्था की जाएगी. धीरे-धीरे लोगों के पास बढ़ेंगे और उसी आधार पर प्रतिबंधों में और ढील देने का फैसला भी किया जाएगा.
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कोविड को फेंकना है: CM
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा, हम यह पढ़ते हैं कि स्वतंत्रता पाने के लिए हमारे लोगों ने कितना त्याग किया था. 15 अगस्त से पहले हमें यह संकल्प करना है कि जैसे देश ने अंग्रेजों को बाहर फेंक दिया था, वैसे ही हमें कोविड को फेंक देना है.
रेस्त्रां-मॉल्स खोलने पर मंथन जारी
वैक्सीनेशन पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन लोगों का संपूर्ण टीकाकरण हो गया है, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है. मैं चाहता हूं कि सभी सेवाएं 24 घंटों के लिए खुल जाएं. रेस्त्रां, मॉल और दूसरी सेवाओं को खोलने के लिए मंथन किया जा रहा है. करीब अगले 8 दिनों में इसके बारे में फैसला किया जा सकता है.
कोरोना नियमों का पालन जरूरी
सीएम ठाकरे ने कहा कि बीते साल त्योहारों के बाद कोरोना की दूसरी लहर आई. इसलिए कोरोना से लड़ने के लिए नियमों का पालन करना जरूरी है. एक दिन में 8 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई. वैसे ही 10 से 15 लाख डोज भी दी जाती है. तीसरी लहर न आने पाए, इसलिए कोरोना नियमों का पालन करते रहना जरूरी है.
तीसरी लहर से पहले तैयार रणनीति!
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कि तीसरी लहर से पहले 600 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं. आइसोलेशन बेड भी 4 लाख से ज्यादा हैं. 1 लाख 10 हजार से ज्यादा ऑक्सीजन बेड और 13500 वेंटिलेटर हैं. फरवरी और मार्च में हमें लगता था कि कोविड गया, लेकिन बाद में विदर्भ में मामले बढ़ने लगे थे. बाद में समझ आया कि वो डेल्टा वेरिएंट है. इसका मतलब है कि वायरस भी अलग अलग रूप में आ रहा है.
जीनोम अस्पताल की शुरुआत!
सीएम ठाकरे ने कहा कि वायरस के वेरिएंट समय में आएं, इसके लिए जीनोम अस्पताल की शुरुआत बीएमसी ने की है. कुछ जिलों में पिछले हफ्ते दुकानों के समय को बढ़ाया गया है. मॉर्निंग वॉक और दूसरी चीजों पर लगी सख्तियों को कम किया गया है. लेकिन कई इलाकों में कोविड का असर अब भी है. सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़, सातारा, सांगली, कोल्हापुर में बाढ़ के बाद हालात खराब हुए थे, लेकिन इन जगहों पर मामले ना बढ़ें, उसके लिए काम जारी है.