देश में लॉकडाउन का दूसरा चरण चल रहा है और इसे 3 मई के बाद आगे बढ़ाया जाये या नहीं, इस पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मंथन किया. पीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्रियों ने अपनी-अपनी राय रखी. इस दौरान मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी लॉकडाउन पर पीएम मोदी को अपने विचार बताये.
कोनराड संगमा ने बताया कि हम चाहते हैं मेघालय में 3 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहे ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोका जा सके. हालांकि, संगमा ने ये भी कहा कि जो इलाके ग्रीन जोन में हैं या जो जिले कोरोना प्रभावित नहीं हैं वहां बाद में थोड़ी राहत दी जाये.
दिलचस्प बात ये है कि मेघालय देश का वह राज्य जो कोरोना मरीजों की संख्या के मामले में काफी नीचे है यानी मेघालय की स्थिति काफी बेहतर है. मेघालय में 26 अप्रैल शाम 5 बजे तक कोरोना मरीजों की संख्या महज 12 थी, जबकि यहां कोरोना से एक शख्स की मौत हुई है.
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
मेघालय के नीचे गोवा, पुडुचेरी, मणिपुर, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही ऐसे छोटे राज्य हैं जहां कोरोना का असर सबसे कम है. बावजूद इसके मेघालय के सीएम कोरोना का प्रसार रोकने के लिये लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं. मेघालय के अलावा ओडिशा ने भी लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति जताई है.
हालांकि, केंद्र सरकार ने फिलहाल इस पूरे मसले पर कुछ फैसला नहीं लिया है, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में साफ कहा है कि ये लंबी लड़ाई है और लॉकडाउन का सही से पालन कराया जाये. वहीं, इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ ये भी कहा गया है कि राज्य अपनी नीति तैयार करें कि कैसे लॉकडाउन में राहत दी जा सकती है.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बताया जा रहा है कि जो इलाके कोरोना प्रभावित नहीं हैं, वहां आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुये लॉकडाउन से राहत दी जा सकती है. जबकि कोरोना संक्रमित इलाकों में लॉकडाउन जारी रखा जा सकता है. हालांकि, असल तस्वीर पीएम मोदी के संबोधन के बाद ही साफ हो पायेगी कि 3 मई के बाद लॉकडाउन बढ़ता है तो इसका क्या स्वरूप होगा.