दुनिया में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं. चीन और अमेरिका जैसे देशों में तो एक बार फिर रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं. अब दूसरे देशों में मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में चिंता भारत की भी ज्यादा हो गई है. सरकार द्वारा सभी राज्य सरकारों को अलर्ट कर दिया गया है. इसी कड़ी में मुंबई बीएमसी ने भी अपनी तैयारी की पूरी जानकारी दी है. बताया गया है कि अगर मुंबई में कोरोना विस्फोट हुआ तो बीएमसी किस रणनीति के तहत स्थिति पर काबू पाएगी.
कितनी तैयार बीएमसी?
जारी बयान में बीएमसी ने कहा है कि हमारा उदेश्य ये है कि अस्पताल हर प्रकार की स्थिति के लिए तैयार रहें. अगर मामले बढ़ते हैं तो बीएमसी अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ तैयार है. बीएमसी कल राज्य सरकार को इस सिलसिले में एक विस्तृत रिपोर्ट भी सौंपने जा रही है. उस रिपोर्ट में हर तरह की जानकारी दी जाएगी. अस्पताल में कुल बैड से लेकर वर्तमान मामलों तक, सरकार को हर पहलू से अवगत करवाया जाएगा. आंकड़े बताते हैं कि इस समय 10 नगर निगम के अस्पताल, तीन सरकारी अस्पताल और 21 निजी अस्पातल कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार हैं.
कितने बेड, कितने अस्पताल और डॉक्टर?
इस समय मुंबई में आइसोलेशन बेड 2124 हैं, ऑक्सीजन के साथ 1613 बेड हैं, 579 ICU हैं, 1049 वेंटिलेटर हैं. अब बेड तो पर्याप्त संख्या में रखे जा ही रहे हैं, इसके साथ-साथ डॉक्टर और नर्स की भी कोई कमी नहीं है. इस समय मुंबई में 3245 डॉक्टर हैं, 5784 नर्स और 3453 पैरामेडिकल स्टाफ. बीएमसी ने इस बात की भी जानकारी दी है कि वो एक दिन में 135035 टेस्ट कर सकते हैं. इसके अलावा रेमडेसिविर, tocilozumab, methylprednisolone, dexamethasone जैसी दवाइयों का भी पर्याप्त स्टॉक मौजूद है.
दूर हो गया ऑक्सीजन संकट?
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट की वजह से भी कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. ऐसे में अब बीएमसी के पास ऑक्सीजन का भी पूरा इंतजाम है. अभी 859 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर, 2399 ऑक्सीजन सिलेंडर और 79 PSA प्लांट मौजूद हैं. अब बीएमसी द्वारा भी ये विस्तृत जानकारी तब जारी की गई है जब कल देशभर में एक मॉक ड्रिल होने वाली है. असल में ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर सहित सभी बुनियादी ढांचे जो कि COVID-19 की पिछली लहरों के दौरान स्थापित किए थे, वो ठीक तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं, इसलिए मॉक ड्रिल की जाएगी.