कोरोना का एक और नया वैरिएंट मिलने से हड़कंप मच गया है. फिनलैंड में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है. एक रिसर्च में इस वैरिएंट को दक्षिण अफ्रीका के कोरोना स्ट्रेन का म्यूटेशन बताया जा रहा है. वैज्ञानिकों को अंदेशा है कि ये वैरिएंट वैक्सीन का असर कम कर सकता है. इससे पहले ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कोरोना का नया वैरिएंट सामने आ चुके हैं.
फिनलैंड की एक प्रयोगशाला ने कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन खोजा है. कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन डब फिन -796 एच की पहचान दक्षिणी फिनलैंड में की गई थी. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, विटा प्रयोगशालाओं और हेलसिंकी विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी संस्थान के एक संयुक्त अध्ययन में पाया गया है कि नया स्ट्रेन सभी पीसीआर टेस्ट में सामने नहीं आ सकता है.
स्टडी के अनुसार, फिन -796 एच दक्षिण अफ्रीका और यूनाइटेड किंगडम में पहले से पाए गए सभी स्ट्रेन से काफी अलग है. बयान में कहा गया है, 'इसकी विरासत में दुनिया में पहले से मौजूद व्यापक वैरिएंट की तरह ही विशेषताएं हैं, लेकिन यह किसी भी ज्ञात वैरिएंट की वंशावली से संबंधित नहीं है.'
शोधकर्ता का मानना है कि नया स्ट्रेन फिनलैंड के बाहर से आया होगा, क्योंकि देश में कोरोना के मामलों की संख्या काफी कम है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि कोरोवायरस के नए स्ट्रेन के खिलाफ टीके कितने प्रभावी होंगे.
हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि नए वैरिएंट से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, इसे लेकर चिंता करने वाली बात के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. इस वैरिएंट से सिर्फ एक मरीज संक्रमित मिला है. वहीं एक अन्य रिसर्च में बताया गया है कि नया वैरिएंट अन्य स्ट्रेन की अपेक्षा 30 से 70 फीसदी ज्यादा घातक साबित हो सकता है.