देश में कोरोना और ओमिक्रॉन के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश में 33 दिन बाद 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा केस सामने आए. वहीं, महाराष्ट्र, दिल्ली और बंगाल में पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ रहा है. इस दौरान जब स्वास्थ्य मंत्रालय से पूछा गया कि चुनावी राज्यों में नेताओं द्वारा रैलियों में खुलेआम कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं? इस सवाल पर नीति आयोग ने कहा कि चुनाव और रैलियों पर फैसला लेने का अधिकार चुनाव आयोग के पास है.
सवाल- चुनावी राज्यों में राजनीतिक रैलियां हो रहीं हैं. नेता खुलेआम गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. यहां तक की मास्क भी नहीं लगा रहे. उधर, चुनाव आयोग ने आज साफ कर दिया है कि राज्यों में चुनाव होंगे. सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव कराने के पक्ष में हैं. ऐसे में क्या स्वास्थ्य मंत्रालय कोई कदम उठा रहा है?
चुनाव आयोग सही निकाय- नीति आयोग
इस सवाल के जवाब में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा, हम सभी की जिम्मेदारी है कि कम्युनिटी स्प्रेड रोकना सुनिश्चित करें और सुरक्षित रहने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं. जहां तक कि चुनाव कराने और रैलियों की बात है तो, इस पर फैसला लेने के लिए चुनाव आयोग सही निकाय है.
देश में ओमिक्रॉन के 961 केस
देश में अब तक ओमिक्रॉन के 961 केस सामने आ चुके हैं. इनमें से 320 मरीज ठीक भी हो चुके हैं. ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा केस दिल्ली में सामने आए हैं. यहां अब तक 263 केस मिल चुके हैं. हालांकि, 57 मरीज ठीक भी हो चुके हैं. वहीं, महाराष्ट्र में अब तक 252 केस मिले. ओमिक्रॉन के गुजरात में 97, राजस्थान मे 69, केरल में 65, तेलंगाना में 62, तमिलनाडु में 45, कर्नाटक में 34, आंध्र में 16, हरियाणा में 12, बंगाल में 11, मध्यप्रदेश में 9, ओडिशा में 9, उत्तराखंड में 4, छत्तीसगढ़ में 3, जम्मू कश्मीर में 3, उत्तर प्रदेश में 2, गोवा में 1, हिमाचल में 1, लद्दाख में 1, मणिपुर में 1, पंजाब में 1 केस सामने आया है.