देश में कोरोना के बचाव के लिए ऑक्सफोर्ड की कोविशिल्ड वैक्सीन को मंजूरी मिली है. जिसकी कीमत 200 रुपये प्रति डोज (वायल) होगी. सीरम इंस्टीट्यूट के सूत्रों ने आजतक को इस बात की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि कीमत हमेशा से ही तय था. एग्रीमेंट का कोई इश्यू नहीं है. प्रति डोज की कीमत 200 रुपये तय की गई है. भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट से इसी कीमत पर वैक्सीन डोज खरीद रही है.
सूत्रों ने आजतक से बातचीत में यह भी कहा है कि सोमवार शाम को पुणे से कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खेप रवाना हो जाएगी. सीरम इंस्टीट्यूट के सूत्रों ने बताया कि सरकार की तरफ से फाइनल पेपरवर्क में थोड़ा समय लगा, जो अब पूरा हो चुका है.
सीरम इंस्टीट्यूट को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की तरफ से खरीद के आदेश मिले हैं. पहले खेप में 11 मिलियन (एक करोड़ दस लाख) डोज मंगवाए गए हैं. आने वाले समय में संख्या और बढ़ाई जाएगी.
इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, एस्ट्राजेनेका और सीरम इंस्टीट्यूट ने मिलकर तैयार किया है. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट विश्व की गिनती विश्व के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता कंपनी के रूप में की जाती है. कोरोना वायरस के शुरू होते ही कंपनी ने वैक्सीन पर काम करना शुरू कर दिया था.
केंद्र सरकार ने हाल ही में ऐलान किया है कि 16 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. वैक्सीनेशन को लेकर सभी राज्यों में तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में वैक्सीनेशन के लिए दिल्ली में 89 साइट फाइनल की गई हैं. जैसा केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किया गया है, उसी के हिसाब से पहले फेज में सभी अस्पतालों में वैक्सीनेशन होगा.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के प्लान के अनुसार पहले सभी डॉक्टरों को टीका लगाया जाएगा. इसके बाद 50 साल से अधिक आयु वाले लोगों को. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा कि फ्री वैक्सीन पूरे देश में मुफ्त लगाई जाए.
बता दें कि DCGI ने दो टीकों के सीमित आपात उपयोग की मंजूरी दी है, उनमें ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और एस्ट्राजेनेका के द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ मिलकर तैयार कोविशील्ड तथा घरेलू दवा कंपनी भारत बायोटेकके द्वारा विकसित पूर्णत: स्वदेशी कोवैक्सीन शामिल है.