फाइजर इंस्टीट्यूट भले ही कोविड-19 के टीके के इमरजेंसी यूज के लिए अधिकार प्राप्त कर ले. लेकिन ऑक्सफोर्ड ने मंगलवार को अपने वैक्सीन के तीसरे ट्रायल की समीक्षा रिपोर्ट प्रकाशित की है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने पिछले हफ्ते ही ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई वैक्सीन (Covishield) के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी.
बता दें, ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया एस्ट्रेजेनिका के साथ मिलकर ट्रायल कर रही है. इस वैक्सीन के रिसर्च का काम एक न्यूट्रल एक्सपर्ट्स को सौंपा गया था जो इसके निर्माण से जुड़े नहीं हैं. परीक्षणकर्ताओं ने दो अलग-अलग डोज के तहत इस वैक्सीन का ट्रायल किया था.
ऑक्सफर्ड वैक्सीन ग्रुप के डायरेक्टर और इस ट्रायल के चीफ इंवेस्टिगेटर प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने ट्रायल रिपोर्ट पब्लिश किए जाने को लेकर कहा कि आज हमने तीसरे फेज का ट्रायल रिपोर्ट प्रकाशित कर दिया है. इसके मुताबिक इस वैक्सीन का सेफ्टी रिकॉर्ड अच्छा है और कोरोना वायरस के खिलाफ विशेष प्रभावशाली दिखता है. हम लोग ट्रायल वालंटियर्स का तहे दिल से शुक्रिया करते हैं जिन्होंने इस काम में पिछले आठ महीनों से हमारा सहयोग किया. ये उनकी मदद का ही नतीजा है जिसकी बदौलत हम लोगों ने आज ये उपलब्धि हासिल की है.
इस वैक्सीन को 11,636 वालंटियर्स पर ट्राय किया गया है, जिसके मुताबिक इसे दो अलग-अलग ग्रुप पर आजमाया गया है. अंतरिम डेटा दिखाता है कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन 70.4 प्रतिशत प्रभावी है. वहीं, दो डोज के रेजीमेन में दिखा है कि यह 90 फीसदी असरकारक है.
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अंतरिम एनालिसिस के मुताबिक, दो तरह की डोज के आंकड़े एक साथ रखने पर वैक्सीन 70.4 फीसदी प्रभावी रही. रिसर्चर्स के मुताबिक, अलग-अलग करने पर वैक्सीन 90 प्रतिशत तक असरदार मिली है. ट्रायल में पता चला कि अगर वैक्सीन की पहली डोज आधी दी जाए और दूसरी डोज पूरी तो यह 90 प्रतिशत तक असर करती है. कुल मिलाकर यह वैक्सीन कम से कम 60 फीसदी और अधिकतम 90 फीसदी तक असरदायक पाया गया है.
हमारी प्राथमिकता भारत और COVAX देश हैं
इस महीने की शुरुआत में, कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा था कि पुणे स्थित SII भारत को पहले वैक्सीन देने को लेकर ध्यान केंद्रित करेगी. पूनावाला ने पीएम मोदी के दौरे के बाद कहा, "यह बहुत अहम है कि हम पहले अपने देश का ध्यान रखें, उसके बाद 'Covishield' दूसरे देशों के साथ अन्य द्विपक्षीय करार पर ध्यान देंगे. इसलिए मैंने इसे प्राथमिकता में रखा है."
अदार पूनावाला ने कहा था कि शुरुआत में वैक्सीन भारत में वितरित की जाएगी, फिर हम COVAX देशों को देखेंगे जो मुख्य रूप से अफ्रीका में हैं. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा इंग्लैंड और यूरोपीय बाजारों का ध्यान रखा जा रहा है. हमारी प्राथमिकता भारत और COVAX देश हैं.