देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है. पिछले कई दिनों से लाख से ज्यादा केस प्रतिदिन आ रहे हैं और हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. इस बीच पीएम मोदी ने शनिवार को एक अहम बैठक की. इस दौरान पीएम मोदी ने मंत्रालयों के अफसरों के साथ चर्चा में कहा कि टेस्टिंग, ट्रैकिंग और उपचार का कोई विकल्प नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने पिछले साल कोविड को हराया था और हम सब मिलकर इसे फिर से हरा सकते हैं. पीएम ने राज्य सरकारों के साथ सभी मंत्रालयों के सामंजस्य बनाने पर भी जोर दिया.
बैठक में पीएम मोदी ने कोविड रोगियों के लिए अस्पताल में बेड की संख्या को बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को लोगों की चिंताओं के प्रति सक्रिय और संवेदनशील होने की आवश्यकता है. मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट्स तेजी लगाए जाने चाहिए.
पीएम ने रेमेडिसविर और अन्य दवाओं की आपूर्ति की स्थिति की भी बैठक में समीक्षा की. उन्होंने वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए पूरी क्षमता का उपयोग करने को कहा है. पीएम ने विभिन्न दवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए भारत के दवा उद्योग की पूरी क्षमता का उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया. पीएम को रेमेडीसविर की उपलब्धता के मुद्दे पर की गई कार्रवाइयों की जानकारी दी गई. उन्होंने वेंटिलेटर की उपलब्धता और आपूर्ति की स्थिति की भी समीक्षा की.
गौरतलब है कि देश में रोजाना कोरोना के रिपोर्ट किए जा रहे आंकड़े और ज्यादा डरावने होते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,34,692 नए मामले सामने आए और 1341 लोगों की मौत हुई. ऐसे में कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच पीएम मोदी ने एक अहम बैठक बुलाई है.
बता दें कि शनिवार (आज) को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों संग समीक्षा बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि हम जरूरत के हिसाब से वेंटिलेटर दे रहे हैं. हमारे पास कोविड डेडिकेटेड अस्पताल 2,084 के करीब हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने देश में शनिवार को वैक्सीन की 14 करोड़ 15 लाख डोज की सप्लाई की है. इस समय राज्यों के पास एक करोड़ 58 लाख डोज़ हैं और सप्लाई के अंदर वैक्सीन की 11684000 डोज हैं. उन्होंने कहा देश में वैक्सीन की कहीं भी कमी नहीं है.