कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन बनाने की तैयारी दुनियाभर में जारी है, इसमें भारत का भी अहम रोल है. रूस की वैक्सीन स्पुतनिक-V का भी भारत में प्रोडक्शन हो रहा है, अब रूस में भारत में प्रोड्यूस की गई वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है.
रूसी दूतावास के मुताबिक, स्पुतनिक कई लाखों डोज़ भारत में बन रही हैं. अभी तक जो डोज़ भारत में बनी हैं, उनमें से कुछ सैंपल्स को अब रूस में जांचा जा रहा है.
रूसी दूतावास ने अपने बयान में बताया है कि 2021 तक भारत में स्पुतनिक-V की करीब 300 मिलियन यानी 30 करोड़ डोज़ तैयार की जाएंगी.
#Russia is testing the first samples of its #SputnikV vaccine against #COVID19 that were produced in India - CEO of the @rdif_press Kirill Dmitriev.#Dmitriev: India will produce about 300 mln doses of the Russian @sputnikvaccine in 2021 https://t.co/vJ0owjKIHA pic.twitter.com/tUoyONVYJ4
— Russia in India (@RusEmbIndia) December 18, 2020
स्पुतनिक-V वैक्सीन को लेकर कुछ वक्त पहले ही रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें दावा किया गया था कि इसका सफलता रेट 91 फीसदी से अधिक है. ऐसे में जल्द ही वैक्सीन को दुनिया में इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है.
अगर स्पुतनिक की बात करें तो भारतीय दवा कंपनी हेटरो और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के बीच भारत में स्पुतनिक-V की डोज बनाने का करार हुआ है. इससे पहले भारत में डॉ. रेड्डी लैब के तहत इस वैक्सीन का ट्रायल किया गया. स्पुतनिक भी भारत को दस करोड़ डोज सालाना देगा.
आपको बता दें कि भारत की गिनती दुनिया के सबसे बड़े दवा मैन्युफैक्टर देश में होती है, जहां से दुनियाभर की कंपनियां दवाईयां प्रोड्यूस करवाती हैं. कोरोना वैक्सीन के मामले में भी ऐसा ही हो रहा है. भारत में करीब आठ कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है, इनमें से पांच विदेशी हैं. कई विदेशी वैक्सीन ने भारत में ट्रायल के बाद बड़ी मात्रा में डोज प्रोडक्शन का करार किया है.