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रूस ने बना ली कोरोना की वैक्सीन, जानें भारत में किस स्टेज तक पहुंचा है ट्रायल

भारत भी कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की रेस में है. देश में कुल 12 जगह पर मानवीय ट्रायल चल रहा है और अभी अलग-अलग स्टेज में काम जारी है.

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भारत में चल रहा है वैक्सीन पर काम (फाइल)
भारत में चल रहा है वैक्सीन पर काम (फाइल)

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  • रूस ने बना ली कोरोना वायरस की वैक्सीन
  • भारत में भी चल रहा है वैक्सीन का ट्रायल

रूस ने मंगलवार को दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने का दावा किया है. इस खबर से पूरी दुनिया में एक उम्मीद की किरण जगी है, लेकिन अभी भी इस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी का इंतजार है. भारत में भी कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने पर काम जारी है, कई जगह देश में ह्यूमन ट्रायल शुरू भी हो गया है.

इस बीच सूत्रों की मानें, तो भारत बायोटेक वैक्सीन के कुल 12 सेंटर पर ट्रायल चल रहा है. इनमें दिल्ली का एम्स अस्पताल भी एक सेंटर है, लेकिन यहां पर अभी फेज़ 1 और फेज़ 2 ही पूरा नहीं हो पाया है.

दिल्ली के एम्स अस्पताल में कुल 16 कैंडिडेट सामने आए हैं, जो कोरोना वायरस वैक्सीन का ट्रायल लेने के लिए तैयार हुए हैं. अगर पूरे देश की बात करें तो सिर्फ 377 कैंडिडेट ही अबतक फेज 1 में हिस्सा ले रहे हैं. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि सितंबर के पहले हफ्ते में दूसरा फेज शुरू हो सकता है.

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गौरतलब है कि भारत बायोटेक ही देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की अगुवाई कर रहा है, सरकार की मंजूरी के बाद कुल 12 सेंटर पर ह्यूमन ट्रायल शुरू हुआ था. इनमें दिल्ली, पटना, चेन्नई, बेंगलुरु जैसे शहर शामिल हैं.

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रूस ने ऐलान कर दुनिया को चौंकाया

दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है, करीब सात लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. ऐसे में हर किसी को वैक्सीन का इंतजार है और ऐसे में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ऐलान से हर कोई चौंक गया. क्योंकि जुलाई में ही रूस वैक्सीन के तीसरे फेज में था और आज सफल वैक्सीन का ऐलान कर दिया गया है.

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हालांकि, अभी रूस की ये वैक्सीन उसके देश तक ही सीमित होगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन की इजाजत मिलने के बाद ही इसका दुनिया के अन्य देशों में इस्तेमाल हो सकता है. हालांकि, रूस ने अब बड़ी संख्या में वैक्सीन की डोज तैयार करने का लक्ष्य रखा है.

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