सुप्रीम कोर्ट में ऑक्सीजन सप्लाई मामले की सुनवाई कर रही पीठ के अध्यक्ष जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जस्टिस चंद्रचूड़ के कोर्ट मास्टर और अन्य न्यायिक स्टाफ में से कुछ कोरोना संक्रमित हैं. आशंका है कि उन्हीं की जरिए जस्टिस चंद्रचूड़ भी संक्रमण का शिकार हुए हैं.
सूत्रों के मुताबिक कोर्ट मास्टर और स्टाफ में संक्रमण के लक्षण उभरने पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने भी जांच कराई थी. इसी दौरान निर्वाचन आयोग की याचिका पर फैसला रिजर्व होने के बाद फैसला सुनाए जाने में देरी भी संभवत: इसी अब वजह से हुई थी. सुओ मोटो मामले में भी सुनवाई टालने के पीछे तकनीकी वजह के अलावा एक यह भी वजह हो सकती है. हालांकि जस्टिस चंद्रचूड़ ने वैक्सीन की एक खुराक भी ले रखी है. जस्टिस चंद्रचूड़ अभी घर पर ही एकांतवास कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.
जस्टिस चंद्रचूड़ के संक्रमित होने की वजह से गुरुवार को तय ऑक्सीजन और कोरोना प्रबंधन के सुओ मोटो मामले की सुनवाई नहीं हो पाएगी. सूत्रोंं के मुताबिक इस वक्त सुप्रीम कोर्ट के कम से कम चार जज कोरोना संक्रमित हैं. एक दो को अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है, लेकिन कुछ घर पर ही इलाज करा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में अधिकतर जजों की उम्र 60 से 65 साल के दरम्यान है. इन संक्रमित जजों के अलावा कई जजों के कोर्ट स्टाफ भी संक्रमित हैं. इस वजह से कोर्ट के रोजमर्रा के कामकाज में भी दिक्कत आ रही है.