कोविशील्ड के दूसरे डोज के लिए केंद्र सरकार ने एक बार फिर नियमों में बदलाव किए हैं. हालांकि, ये नियम सिर्फ विदेश जाने वाले लोगों के लिए ही बदले हैं. ऐसे लोग जो पढ़ाई, नौकरी या फिर किसी खेल में भाग लेने के लिए विदेश जाने वाले हैं, वो लोग कोविशील्ड की दूसरी डोज 28 दिन के गैप के बाद लगवा सकते हैं. हालांकि, आम लोगों के लिए ये अंतर 84 दिन का ही रहेगा. इस नियम से किसे फायदा होगा? ये बदलाव क्यों किया गया? आइए जानते हैं...
क्या है केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन?
केंद्र सरकार ने सोमवार को कोविशील्ड की दो डोज के बीच गैप को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है. ये गाइडलाइन पढ़ाई, नौकरी या खेल के लिए विदेश जाने वाले लोगों के लिए है. ऐसे लोग अब 28 दिन के अंतर से कोविशील्ड की दूसरी डोज ले सकते हैं. पहले ये अंतर 84 दिन यानी 12 से 16 हफ्ते के बीच का था.
गाइडलाइन के मुताबिक, विदेश यात्रा के लिए सिर्फ कोविशील्ड वैक्सीन लेने वालों को ही वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा. वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पासपोर्ट नंबर का जिक्र जरूरी होगा. ये सुविधा उन लोगों के लिए होगी जो 31 अगस्त से पहले विदेश यात्रा करना चाहते हैं.
सरकार ने ये फैसला क्यों लिया?
दुनियाभर में वैक्सीनेशन प्रोग्राम में तेजी आ रही है. कई देशों में एंट्री के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने जरूरी हैं. अब क्योंकि वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ रहा है. ऐसे में फिर से इंटरनेशल ट्रैवल पहले की तरह शुरू होने की उम्मीद है. नए एकेडमिक सेशन की शुरुआत होने वाली है. कई छात्र विदेश पढ़ने जाने वाले हैं. इसलिए उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी जरूरी है. साथ ही 23 जुलाई से टोक्यो में ओलंपिक भी शुरू हो रहा है. उसके लिए खिलाड़ियों को भी वहां जाना जरूरी है.
इससे किसे फायदा होगा?
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कैसे मिलेगा इस सुविधा का फायदा?
ऐसा नहीं है कि आप सेंटर पर गए और आपने वहां बोला कि मुझे विदेश जाना है तो आपको दूसरी डोज लगा दी जाएगी. इसके लिए बकायदा आपके सारे दस्तावेजों की जांच होगी. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा है जो विदेश जाने वाले यात्रियों के दस्तावेजों की जांच करेगा.
अगर आप पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं तो आपको एडमिशन से जुड़े सारे दस्तावेज दिखाने होंगे. नौकरी के लिए जा रहे हैं तो अपॉइंटमेंट लेटर या ऑफर लेटर जैसे दस्तावेज दिखाने होंगे. टोक्यो ओलंपिक में जा रहे हैं तो आपको नॉमिनेशन दिखाना होगा. सारी जांच होने के बाद ही आपको 28 दिन के अंतर पर दूसरी डोज दी जाएगी.
क्या कोवैक्सीन को लेकर भी कुछ बदलाव हुए हैं?
नहीं, कोवैक्सीन के दो डोज के अंतर को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन यहां एक बात ये है कि कोवैक्सीन को अभी तक डब्ल्यूएचओ से एप्रूवल नहीं मिला है, इसलिए कई देशों में कोवैक्सीन लगवाने वालों को वैक्सीनेट नहीं माना जा रहा है. हालांकि, अभी ये पूरी तरह साफ नहीं है कि जिन लोगों ने कोवैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं तो वो विदेश यात्रा पर जा सकते हैं या नहीं. क्योंकि अमेरिका की 400 से ज्यादा यूनिवर्सिटीज ने आदेश दिया है कि कोवैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी उन्हें अमेरिका आने पर डब्ल्यूएचओ से एप्रूव्ड वैक्सीन लगवानी होगी.
क्या कोविशील्ड डब्ल्यूएचओ से एप्रूव्ड है?
हां. डब्ल्यूएचओ की तरफ से अभी तक दुनियाभर की 8 वैक्सीन को एप्रूवल मिला है. इसमें कोविशील्ड भी शामिल है. यही कारण है कि कोविशील्ड लगवाने के बाद आप विदेश यात्रा कर सकते हैं.
मुझे विदेश नहीं जाना तो क्या मैं 28 दिन के बाद दूसरी डोज ले सकता हूं?
नहीं, अगर आप विदेश नहीं जा रहे हैं तो आपको कोविशील्ड की दूसरी डोज 84 दिन बाद ही लगाई जाएगी. केंद्र सरकार की गाइडलाइन सिर्फ विदेश जाने वाले लोगों के लिए है. आम लोगों के लिए दूसरे डोज को लेकर गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.