कोरोना वायरस के इस महासंकट के बीच कई ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जो चौंकाने वाली हैं. ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र के ठाणे में हुआ है, जब एक जीवित व्यक्ति को फोन किया गया और उससे कहा गया कि वो अपना डेथ सर्टिफिकेट ले जाए.
ठाणे के रहने वाले 55 साल के शिक्षक चंद्रशेखर जोशी को ठाणे म्युनसिपल कॉर्पोरेशन (TMC) की तरफ से पिछले हफ्ते फोन आया, उन्हें कहा गया कि आपका डेथ सर्टिफिकेट तैयार है उसे ले जाइए.
जब चंद्रशेखर जोशी, वहां पहुंचे तो उन्हें एक अधिकारी ने बताया कि ICMR के डाटा के मुताबिक, आप 22 अप्रैल, 2021 को मर चुके हैं. डेथ सर्टिफिकेट में लिखा था कि उनकी मौत दस महीने पहले हो गई है.
चंद्रशेखर जोशी के मुताबिक, वह अक्टूबर 2020 में कोविड पॉजिटिव आए थे, लेकिन खुद को आइसोलेट कर लिया था और उसके बाद रिकवर हो गए थे. लेकिन, अब जब उन्होंने ऐसी खबर सुनी है तो ये हैरान करने वाला है.
इस विवाद पर अभी नगर निगम के अधिकारियों की ओर से कोई बयान नहीं दिया गया है. चंद्रशेखर ने अब इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है, अधिकारियों की ओर से गलती सुधारने की बात कही गई है.
आपको बता दें कि कोरोना संकट काल में ऐसे कई मामले आए हैं, जहां पर किसी जीवित व्यक्ति को कागज़ों में मृत बता दिया गया, या फिर किसी मृत व्यक्ति के नाम पर वैक्सीन लगा दी गई हो.
(इनपुट: एजेंसी से)