देश में कोरोना की एक और खतरनाक लहर की रिपोर्ट के बीच आज महीनों बाद उत्तर प्रदेश के कॉलेज और विश्वविद्यालय खुलने जा रहे हैं. यूपी सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि कॉलेज और विश्वविद्यालयों में कोरोना दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा.
कक्षाओं के दौरान सामाजिक दूरी का पालन किया जाएगा, कक्षा में उन्ही छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा जिनके शरीर का तापमान थर्मल स्कैनिंग के दौरान सामान्य होगा, कक्षा में हैंड सैनिटाइजर्स समेत दूसरी व्यवस्थाएं रहेंगी.
एडिशनल चीफ सेक्रेट्री, उच्च शिक्षा, मोनिका गर्ग ने बताया है कि इस बाबत राज्य के सभी निजी और सरकारी विश्वविद्यालयों, जिला जजों और रजिस्ट्रार को विस्तृत आदेश मुहैया कराया गया है.
कॉलेजों में कक्षाएं फेज वाइज चलाई जाएंगी और छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को अनिवार्य रूप से पहचान पत्र पहनने के लिए कहा गया है.
कॉलेज और विश्वविद्यालयों को सरकार ने कहा है कि वे ऐसा ऐकेडमिक कैलेंडर तैयार करें ताकि कक्षाओं का संचालन 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ किया जा सके.
वाइस चांसलर और प्रधानाचार्यों से कहा गया है कि संस्थानों को चलाने के लिए एसओपी (स्टैंडर्ज ऑपरेटिंग प्रोसिजर) का पालन किया जाए. सभी के लिए फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा. यूजीसी के दिशानिर्देशों के मुताबिक छात्रों और स्टाफ से कहा गया है कि वे कन्टेंमेंट जोन की ओर जाने से बचें.
बता दें कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत के समय देश भर में 16 मार्च को विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए थे. इसके बाद 25 मार्च 2020 को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई थी.