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UP में फिर मजदूरों के साथ सड़क हादसे, बुलंदशहर-मिर्जापुर में 5 मजदूरों की मौत

लॉकडाउन के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों से मजदूरों के साथ हो रहे हादसे की खबरें लगातार आ रही हैं. शुक्रवार को यूपी के बुलंदशहर में एक और हादसा हुआ जहां दो मजदूरों की मौत हो गई.

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मजदूरों के साथ हो रहे हैं लगातार हादसे (फाइल फोटो: PTI)
मजदूरों के साथ हो रहे हैं लगातार हादसे (फाइल फोटो: PTI)

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  • UP के बुलंदशहर में दर्दनाक हादसा
  • पिकअप वैन पलटने से दो मजदूरों की मौत

कोरोना वायरस संकट काल के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रवासी मज़दूरों के साथ हो रहे हादसों की खबर लगातार आ रही हैं. शुक्रवार को एक बार फिर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई. यहां प्रवासी मजदूरों से भरी एक पिकअप वैन, बिजली के पोल से टकरा गई. जिसके बाद वैन पलट गई और दो मजदूरों की मौत हो गई.

इस हादसे में करीब डेढ़ दर्जन मजदूर घायल भी हुए हैं, जिन्हें स्थानीय पुलिस के द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया है. ये मज़दूर गुजरात के सूरत से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जा रहे थे, लेकिन बीच में ही ये हादसा हो गया.

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शुक्रवार सुबह बुलंदशहर के दिल्ली-बदायूं हाइवे के पास एक गांव में ये हादसा हुआ, जिन दो मज़दूरों की मौत हुई है उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.

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इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में हाइवे पर बड़ा हादसा हुआ है. यहां सड़क से चालीस फीट की दूरी पर इनोवा गाड़ी खड़ी कर जमीन पर सो रहे चार प्रवासी मजदूरों को एक डम्पर ने कुचल दिया. इसमें तीन की मौत हो गई है, जबकि एक मजदूर घायल हुआ है. ये सभी मजदूर मुंबई से बिहार जा रहे थे, पुलिस ने डम्पर चालक को गिरफ्तार किया है.

गौरतलब है कि देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कई जगह मजदूर फंसे रहे, जिसके बाद वो पैदल ही घर की ओर रवाना होने लगे. कुछ जगह मजदूर पैदल नज़र आए तो कई जगह साइकिल से ही घर के लिए रवाना हो गए.

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इस बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में मजदूरों के साथ हादसे की खबर आती रही है. बीते दिनों उत्तर प्रदेश के ही ओरैया में एक एक्सीडेंट में दो दर्जन से अधिक मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसके बाद सरकार की काफी आलोचना हुई थी. इससे पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक मालगाड़ी ने रेलवे ट्रैक पर मौजूद मजदूरों को रौंद दिया था.

बता दें कि मजदूरों को वापस पहुंचाने के लिए यूं तो सरकार की ओर से श्रमिक ट्रेन चलाई जा रही है, जिसमें 30 लाख से अधिक मजदूरों के वापस पहुंचने का दावा भी किया गया है. हालांकि, प्रवासी मजदूरों की संख्या इतनी अधिक है कि हर किसी के पास अभी तक मदद नहीं पहुंच पाई है.

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(इनपुट: मुकुल, बुलंदशहर)

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