उत्तर प्रदेश के सभी कैदियों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. गृह विभाग और जेल प्रशासन ने यह अहम फैसला लिया है. जेल प्रशासन का कहना है कि जेल में ज़्यादातर कैदी पास-पास रहते हैं, इसलिये ज़्यादा संक्रमण फैलने का ख़तरा रहता है. जेल में अगले हफ्ते से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हो जाएगी. इसके लिए जेल प्रशासन ने तैयारियां कर ली है.
बताया जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन की ओर से जेल में कैंप लगाया जाएगा और दो दिन के अंदर सभी कैदियों का टीकाकरण कर दिया जाएगा. कोरोना की दूसरी लहर के खतरे को देखते हुए जेल प्रशासन का यह अहम फैसला है. इसके साथ ही पूरे प्रदेश में टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.
इस बीच मुंबई में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए अहम फैसला लिया गया है. बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) ने कहा कि मुंबई शहर के सभी मॉल में रैपिड एंटीजन टेस्ट सुविधा को अनिवार्य किया जाएगा. इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए बीएमसी ने निर्णय लिया.
बीएमसी के मुताबिक, 22 मार्च से सभी मॉल में स्वैब कलेक्शन की सुविधा होना अनिवार्य होगा. इस उद्देश्य के लिए एक टीम प्रवेश द्वार पर नामित की जाएगी, एसिम्टोमैटिक मरीज को पहचानना मुश्किल है और एक बार जब कोई व्यक्ति मॉल जैसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाता है तो वह वायरस फैलाता है.
बीएमसी का कहना है कि मॉल आने वालों को या तो निगेटिव रिपोर्ट दिखाना होगा या फिर स्वैब टेस्ट कराना होगा. बीएमसी का यह भी कहना है कि मुंबई में लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू की संभावना नहीं है. इसके बजाय बस स्टॉप, सार्वजनिक पार्किंग स्थल, रेस्तरां और उन सभी स्थानों पर एक कड़ी जांच की जाएगी, जहां लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है.
18 मार्च को मुंबई में 2877 नए मामले और 8 मौतें दर्ज की गईं. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस तेजी से फैल रहा है और आने वाले दिनों में मामले बढ़ सकते हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में मॉल मालिकों से मुलाकात की थी और उन्हें कोविड नियमों के पालन पर अंतिम चेतावनी दी थी.