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कोरोना महामारी में पुलिस की भूमिका सिर्फ सख्ती करने या फिर लाठी भांजने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उसके कई मानवीय चेहरे भी सामने आए हैं. ऐसा ही एक चेहरा पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से तब देखने को मिला जब दर्द से सड़क किनारे कराहती महिला की पुलिस ने मदद की. पुलिस ने स्थानीय महिलाओं से मदद की गुहार लगाई जिन्होंने गर्भवती महिला की डिलीवरी करवाई.
महिला की पुलिस ने मदद की
दरअसल, वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास प्रसव पीड़ा से एक महिला तड़प रही थी. लॉकडाउन के चलते कोई महिला की मदद को आगे नहीं आ रहा था. तभी रोडवेज चौकी इंचार्ज मिरजा रिजवान बेग की मदद की अपील पर इलाके की महिलाएं गर्म पानी, हल्दी सहित प्रसव संबंधित घरेलू उपाय की चीजों को लेकर दौड़ पड़ीं और सड़क किनारे ही साड़ी से घेरा बनाकर गर्भवती की सफल डिलीवरी कराई गई.
महिला की हुई सफल डिलीवरी
इस बारे में रोडवेज चौकी इंचार्ज मिरजा रिजवान बेग ने बताया कि सूचना पर पहुंचते ही देखा गया कि महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. ऐसे में इलाके की महिलाओं से मदद की अपील की गई तो तुरंत ही सभी महिलाओं ने अपने अपने घरों से गर्म पानी तो कोई हल्दी जैसी चीजों को लेकर एकजुट हो गईं. सड़क किनारे साड़ी के पर्दे को बनाकर महिलाओं ने डिलीवरी कराया है और सामान्य तरीके से बच्चा हुआ.
बताया गया कि महिला के लिए 102 पर संपर्क किया गया और एंबुलेंस को कॉल की गई. साथ ही कंट्रोल रूम के माध्यम से भी हेल्प मांगी गई. लेकिन महिला की स्थिति बिगड़ रही थी उसे मेडिकल हेल्प की तत्काल जरूरत थी. ऐसे में इलाके की महिलाएं कोरोना संकट के दौर में बगैर डरे मदद के लिए आगे आईं और नॉर्मल डिलीवरी कराई.