सबको पता है सोशल डिस्टेंडिंग से ही खतरा टल सकता है. लेकिन बिहार में नीति नियंताओं को क्या फर्क पड़ता है. मजदूर चाहे जैसे रहें. दूसरे राज्यों से लौटे मजदूरों को तत्काल राहत सेंटर में रखने और उन्हें बसों से घर भेजने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग हाल बेहाल है. आखिर कोई कोरोना से कब तक भागे? बिहार में प्रशासन की अनदेखी सवाल उठाती है तो वहीं दूसरी ओर इसी मिट्टी की एक बेटी पूरी दुनिया में नाम कमा रही है। आज हर कोई उसे जान रहा है पहचान रहा है. आज कौन नहीं जानता इस बेटी को. ये 10 साल की वही बिटिया है जिसने साइकिल से हरियाणा के गुरुग्राम से अपने बीमार पिता को लेकर दरभंगा तक का सफर पूरा कर लिया. आजतक संवाददाता आशुतोष मिश्रा भी उस होनाहार बेटी के घर पहुंचे, जिसकी तारीफ अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी इवांका तक ने की. इस वीडियो में देखें कैसे हैं ज्योति के घर के हालात.