कोरोना महामारी से भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है. इससे निपटने के लिए विकसित से विकसित देशों के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं. ऐसे में हर देश अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल इस बीमारी से निपटने में कर रहा है. इसी क्रम में इजरायल ने भी कुछ ऐसा ही कदम उठाया है. यहां जिस सेंटर में कभी मिसाइल तैयार किए जाते थे, वहां अब वेंटिलेटर बनाए जा रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर वेंटिलेटर की उपलब्धता अमेरिका जैसे सुपरपावर के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है. ऐसे में हर देश अपने यहां वेंटिलेटर के इंतजाम में जुटा हुआ है. वेंटिलेटर के जरिए मरीजों को कृत्रिम तौर पर सांस देने में मदद मिलती है. इजरायल में यह कवायद क्यों शुरू की गई, देखिए पूरी रिपोर्ट.