शराब की दुकानों पर जो भीड़ की तस्वीरें सामने आ रही हैं वो डरा देने वाली है. ऐसा लग रहा है कि जैस शराब की दुकाने कोरोना को खुला न्योता दे रही हैं. लगातार दूसरे दिन शराब के ठेकों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं. सरकार ने दाम बढ़ाकर अपनी जेब भर ली है, लेकिन इस भीड़ का क्या? कहीं ऐसा ना हो कि जेब भरने के चक्कर में कोरोना ऑउट ऑफ कंट्रोल हो जाए. अर्थव्यवस्था के लिए दवा बनने वाली ये दुकान कहीं सजा ना बन जाए. देखें ये रिपोर्ट.