ना मजदूरों का हुजूम खत्म हो रहा है और ना ही इस पर चल रही सियासत. सबसे ताजी सियासी किश्त की शुरुआत तब हई जब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रेलवे पर बड़े आरोप लगाए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि रेलवे पर्याप्त ट्रेनें उपलब्ध नहीं करवा रहा है. उद्धव के इस बयान का जवाब पूर्व सीएम देवेंद्र फडनवीस ने दिया और महाराष्ट्र सीएम के आरोपों का गलत बताया. कुछ ही देर बाद रेल मंत्री ने खुद मोर्चा संभाला और रविवार शाम करीब सवा 7 बजे तीन ट्वीट किए. ट्वीट में लिखा गया कि हम महाराष्ट्र को 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देने के लिए तैयार हैं. जैसा कि आपने बताया कि आपके पास श्रमिकों की लिस्ट तैयार है. सभी निर्धारित जानकारी अगले एक घंटे में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को पहुंचाने की कृपा करें जिससे हम ट्रेनों को समय पर चला सकें. उम्मीद है कि पहले की तरह स्टेशन पर आने के बाद ट्रेन को खाली न जाना पड़े. आपको आश्वस्त करना चाहूंगा कि आपको जितनी ट्रेन चाहिए उपलब्ध करा दी जाएंगी. तो ये तो साफ है कि कोरोना काल के इस संकट के समय में भी राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही. आज हल्ला बोले मजदूरों के नाम पर शुरु हुई इस नई राजनीति पर करेंगे बहस.