जिस इंसान की दोनों किडनी 80 फीसदी तक खराब हो और डायलिसिस की सख्त जरूरत हो, क्या उसके अस्पताल के रास्ते बंद किए जा सकते हैं? लेकिन उन्नाव के डीएम ने ऐसा कर दिया है, जिसका नतीजा ये हुआ कि उस मरीज को 22 किलोमीटर खुद ही स्कूटी चलाकर डायलिसिस के लिए जाना पड़ा. हमने एक ऐसा संवेदनहीन सिस्टम बनाया है कि जिंदगी की सबसे खतरनाक जद्दोजहद में इस शख्स को 22 किलोमीटर स्कूटी चलाकर अस्पताल जाना पड़ा. इस वीडियो में सुनिए पूरी कहानिए और समझिए कि कैसे उन्नाव के डीएम साहब ने दफ्तर की खूंटी पर अपनी समझ और संवेदना को टांग दिया है.