दिल्ली गैंगरेप केस में जल्द इंसाफ के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया गया है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया अल्तमस कबीर ने 2 जनवरी, 2013 (बुधवार)को गैंगरेप व हत्या के बहुचर्चित केस की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की शुरुआत की. नई दिल्ली के साकेत जिला अदालत के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई.
गैंगरेप के मामले ने दिल्ली समेत समूचे देश को झकझोर कर रख दिया है.
लोगों को उम्मीद है कि इस मामले में इंसाफ जल्द मिलेगा.
न्याय के लिए प्रदर्शन करने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं व छात्राएं शामिल हुईं.
प्रदर्शन में हर वर्ग व उम्र के लोगों ने भाग लिया. शायद यह देश के आम लोगों द्वारा बनाए गए दबाव का ही असर है कि दिल्ली गैंगरेप केस की जांच तेज गति से की जा रही है.
उम्मीद की जा रही है कि जनता का दबाव रंग लाएगा और दिल्ली की कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरेगी.
बलात्कार की वारदात के खिलाफ देश में इतना बड़ा आंदोलन पहले कभी नहीं देखा गया.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में हर दिन सुनवाई होगी और इस केस को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा.
आंदोलन में शिरकत करते लोगों के हाथों में तरह-तरह के पोस्टर थे.
दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है.
दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ अपने विचारों का इजहार करती नॉर्थ कैंपस की छात्राएं.
गैंगरेप की घृणित घटना के बाद अपने गुस्से का इजहार करती छात्राएं.
दिल्ली की छात्राएं बड़ी संख्या में एकजुट होकर महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों का विरोध कर रही हैं.
गैंगरेप केस में शीघ्र न्याय की मांग हर ओर उठ रही है. हस्ताक्षर अभियान में भाग लेती छात्रा.
पोस्टरों के माध्यम से भी समाज में जागरुकता फैलाने की कोशिश की जा रही है.
हर कोई पीडि़ता की लिए इंसाफ चाहता है, वह भी बिना किसी देरी के...
आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के लिए दंडाधिकारी ने सुनवाई की तारीख पांच जनवरी तय की है. कई प्रदर्शनकारी तो इंसाफ की मांग को लेकर अनशन पर हैं.
साकेत अदालत में महानगर दंडाधिकारी सूर्य मलिक ग्रोवर के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया गया.
गौरतलब है कि 16 दिसंबर को हुई वारदात में बुरी तरह घायल पीड़िता ने 13 दिनों तक संघर्ष के बाद सिंगापुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
वैसे पुलिस ने दिल्ली गैंगरेप मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर दिया है.