दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में शनिवार को राष्ट्रपति भवन पर जमा हजारों प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस छोड़े.
इस बीच सरकार ने प्रदर्शनकारियों को शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि वह पहले ही उनकी मांग पर कार्रवाई कर रही है.
इस बीच सरकार ने प्रदर्शनकारियों को शांत रहने की अपील करते हुए कहा कि वह पहले ही उनकी मांग पर कार्रवाई कर रही है.
प्रदर्शन में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यहां पुलिस को लोगों को खदेड़ते हुए भी देखा गया जिनमें ज्यादातर छात्र शामिल थे. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया.
लोगों के दोबारा इकट्ठा होते ही पुलिस ने दोबारा पानी की बौछारों से उन्हें तितर-बितर किया.
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सबसे पहले पानी की बौछार की लेकिन जब प्रदर्शनकारी टस से मस नहीं हुए तब उन्होंने आंसू गैस छोड़ी और लाठियां चलाईं.
रायसिना हिल से निकलने के बाद प्रदर्शनकारी इंडिया गेट पर जमा हो गए.
गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन सिंह ने कहा कि पुलिस से संयम बरतने को कहा गया है और सरकार लोगों की मांग के मुताबिक काम कर रही है.
मंत्री ने एक समाचार चैनल से कहा कि पुलिस लोगों को बैरिकेड तोड़कर सरकारी इमारतों में घुसने की इजाजत नहीं दे सकती.
शांति की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि जहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहे हैं वहां पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हुड़दंग भी मचा रहे हैं.
गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन सिंह ने कहा, 'मैं आंसू गैस के गोले छोड़ने को सही नहीं बता रहा.'
उन्होंने आगे कहा कि लोग बैरिकेड तोड़ कर राष्ट्रपति भवन और अन्य मुख्य सरकारी कार्यालयों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.
गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन सिंह ने कहा, 'सरकार उनकी बात सुन रही है.'
पुलिस दुष्कर्म के मामले में अधिकतम सजा की मांग करेगी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
इस बीच, पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है और वह अभी तक अस्पताल में जिदगी के लिए लड़ाई लड़ रही है.
गृह राज्यमंत्री आर.पी.एन सिंह ने कहा कि सरकार लोगों से बात करना चाहती हैं लेकिन प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने चाहिए.
लेकिन प्रदर्शनकारियों जिनमें स्कूली छात्र भी शामिल हैं उन्होंने पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि वह यहां रुके रहेंगे.
एक कॉलेज छात्रा रितिका ने कहा, 'हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने हमें मारना शुरू किया. क्या ये लोकतंत्र है? हम सिर्फ एक कड़े कानून की मांग कर रहे हैं.'
एक अन्य छात्रा रुचि ने कहा, 'हम पुलिस की कार्रवाई से नहीं डरते. जब तक न्याय नहीं मिलता हम रोज आएंगे. आंसू गैस क्यों छोड़ी जा रही है, लाठीचार्ज क्यों हो रहा है और पानी की बौछार क्यों की जा रही है? हम छात्र हैं, आतंकवादी नहीं. यहां इतनी पुलिस क्यों है, वे सड़क पर अपराध रोकने के लिए क्यों तैनात नहीं होती?'
प्रदर्शनकारी सुबह से इंडिया गेट के पास जमा होना शुरू हो गए थे और जल्द ही उनका साथ देने पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह भी वहां पहुंच गए.
इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने अति-सुरक्षित क्षेत्र रायसिना हिल स्थित राष्ट्रपति भवन की तरफ रैली निकाली लेकिन इन्हें सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोक दिया गया.
रविवार रात चलती बस में एक लड़की के साथ किए गए सामूहिक दुष्कर्म के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से कहा कि दिल्ली में इस तरह का माहौल कायम किया जाए कि लोग सुरक्षित महसूस करें, और 23 वर्षीय युवती के साथ घटी सामूहिक दुष्कर्म जैसी घटनाएं दोहराई न जाएं.
अधिकारियों के अनुसार, शिंदे ने मनमोहन सिंह से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए गृह मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी.
अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने शिंदे से कहा कि वह राजधानी में सुरक्षा का भाव सुनिश्चित कराएं.
ज्ञात हो कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है.
दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की पीड़ित लड़की ने यहां एक मजिस्ट्रेट के समक्ष ‘निर्भीक और साहसपूर्ण’ बयान दर्ज कराया है. यह बहादुर लड़की चाहती है कि सभी गुनाहगारों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए.
लड़की ने सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में ही कल सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज करवाया. बीते रविवार की रात की घटना के बाद से 23 वर्षीय लड़की का इसी अस्पताल में उपचार चल रहा है.
दिल्ली पुलिस के अनुसार लड़की के बयान से उसके पुरूष साथी के बयान की पुष्टि हुई है. उसी रात चलती बस में लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया था और फिर सभी छह आरोपियों ने उसके साथी की बेरहमी से पिटाई की थी.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) छाया शर्मा ने बताया, ‘हम लड़की के माता-पिता के लगातार संपर्क में हैं. उसकी हालत स्थिर है और सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपना बयान दर्ज करवाया है. उसने निर्भीक और साहसपूर्ण बयान दिया है. इससे उसके पुरुष साथी की ओर से हमारे समक्ष दिए बयान की पुष्टि होती है.’ उन्होंने कहा कि लड़की का बयान इस मामले में पुलिस के लिए ‘बहुमूल्य’ होगा.
पुलिस अधिकारी छाया ने कहा, ‘वास्तव में वह मुझे बात करने के लिए उत्सुक थी. परंतु मैंने उससे कहा कि उसे एसडीएम से बात करनी है.’ लड़की फिलहाल चिकित्सकों से बात कर रही है तथा अब वह वेंटिलेटर पर नहीं है और खुद सांस ले रही है.
मामले में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में छाया ने कहा, ‘पुलिस ने शेष दो आरोपियों को पकड़कर बेहतरीन काम किया है.’
छाया ने कहा कि घटना वाले दिन बस में सवार किशोर राजू (बदला हुआ नाम) ने लड़की और उसके दोस्त को वाहन में बैठने के लिए आवाज दी थी. पुलिस ने राजू के पास से पीड़ित का मोबाइल बरामद कर लिया है. उन्होंने कहा कि राजू को आनंद विहार बस अड्डे से पकड़ा गया. इससे पहले उसके नाम के 10 लोगों से पूछताछ की गई.
दिल्ली गैंगरेप के विरोध में राष्ट्रपति भवन के पास उग्र प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए मौके पर RFA टीम पहुंची.
बड़ी संख्या में लोग इंडिया गेट में विरोध प्रदर्शन के लिए शुरू से ही पहुंचना शुरू हो गए थे.
गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज भी करना पड़ा.
पुलिसिया कार्रवाई के बाद फिर एकजुट होकर लोगों ने प्रदर्शन किया.
पुलिस ने बड़ी संख्या में यहां उपस्थित छात्रों पर पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले छोड़े.
राष्ट्रपति भवन के बाहर भी सुरक्षा के इंतजामों को और पुख्ता कर दिया गया है.
पुलिस द्वारा पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़ने के आदेश के बाद हुयी हाथापाई में एक युवक, एक लड़की और ट्रैफिक पुलिसकर्मी घायल हो गया.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वैन के शीशे तोड़ दिये. एक लड़की ने अपने हाथ से पुलिस बस के शीशे तोड़ दिये.
रायसीना हिल्स से राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाले प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच वार्ता के विफल रहने और बैरीकेड तोड़कर राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के बाद पुलिस ने इस प्रकार की कार्रवाई के आदेश दिये.
प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में युवक और युवतियां शामिल हैं.
बलात्कार की घटना के छठवें दिन आज भी विरोध प्रदर्शन जारी है. सेना के पूर्व प्रमुख वी के सिंह भी इंडिया गेट से प्रदर्शनकारियों के साथ हो गये.
सेना के पूर्व प्रमुख वी के सिंह भी इंडिया गेट से प्रदर्शनकारियों के साथ हो गये। उन्होंने चलती बस में युवती के साथ नृशंस बलात्कार पर सरकार की प्रणाली के विफल हो जाने का अरोप लगाया.
लोग जल्द से जल्द इन लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रही है.
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की.
पूरे इलाके में आंसू के गोले
बलात्कार की घटना के छठवें दिन भी देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है.
विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुयी हाथापाई में एक लड़की घायल भी हो गयी.
घायल लड़की को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. इसके अलावा इस हाथापाई में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक बस भी क्षतिग्रस्त कर दी.
दिल्ली गैंगरेप के विरोध में इंडिया गेट से प्रदर्शनकारी सुरक्षाघेरा तोड़कर राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे थे जब पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए तेज पानी की बौछारें भी कीं.
बड़ी संख्या में गुस्साए प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे थे जब पुलिस ने रोकने के लिए पानी की बौछारें की.
यही नहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकन के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
गुस्साई भीड़ का गुस्सा भी पुलिस पर फूटा, लोगों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव भी किया.
प्रदर्शनकारियों में हजारों छात्राएं, छात्र और महिलाएं भी शामिल हैं.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया. इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए.
दिल्ली नार्थ ब्लॉक में भी लोगों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
छुट्टी का दिन होने के कारण भी बड़ी संख्या में लोग सुबह से इंडिया गेट में इकट्ठा होना शुरू हो गए थे.
पुलिस के लाठी चार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोट भी लगी.
गुस्साई भीड़ सरकार से बलात्कारियों के लिए फांसी की मांग कर रही है.
इस घटना को लेकर देश के हर कोने में विरो प्रदर्शन चल रहा है.
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लिया.
इतनी बड़ी संख्या में पहुंचे प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए पुलिस को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी.
लोगों का कहना है यह विरोध अंजाम तक पहुंचना जरूरी है.
श्रीनगर से बेंगलुरु और शिमला से कोलकाता तक लोगों में गुस्सा है और सभी स्थानों पर इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
दिल्ली में शुक्रवार को भी महिलाओं और छात्राओं ने राष्ट्रपति भवन के बाहर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया था.
देश के लोग हिरासत में आए बलात्कारियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए जिससे कोई दोबारो ऐसा करने की हिम्मत ना करे.
दिल्ली रेप केस मामले में शनिवार को सुबह इंसाफ मांगने के लिए सैंकड़ों की संख्या में लोग इंडिया गेट में इकट्ठा हुए. इस प्रदर्शन में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह भी शामिल हुए हैं.
इंडिया गेट में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में लोग बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
लगातार पांच दिन से दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
गैंगरेप की जांच कर रही पुलिस ने कुछ जले हुए कपड़े, एक घड़ी, दो मोबाइल और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं. आरोपियों के ब्लड सैंपल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है.
दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप के मामले में पुलिस ने सभी छह आरोपियों को पकड़ लिया है.
छठे आरोपी अक्षय ठाकुर को शुक्रवार को बिहार के औरंगाबाद से पकड़ा गया. लोग अब सरकार से पूछ रहे हैं कि, 'अब इन्हें सजा कब होगी.'
गुस्साए लोग बलात्कारियों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं.
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट को अपनी स्टेटस रिपोर्ट सौंपी. कोर्ट पुलिस की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है और सवाल उठाए कि रिपोर्ट में उन पुलिस अधिकारियों के नाम क्यों नहीं हैं, जिनकी ड्यूटी उस रूट पर थी, जिनसे होते हुए बस गुजरी.
गैंग रेप मामले में गृह सचिव आर. के. सिंह ने कहा है कि इस गैंगरेप के दोषियों के लिए हम उम्रकैद की मांग करेंगे.
दिल्ली सहित पूरे देश में इसके खिलाफ पिछले पांच दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
इस प्रदर्शन में दिल्ली में रहने वाली विदेशी महिलाएं भी शामिल हुईं हैं.
दिल्ली में शुक्रवार को महिलाओं और छात्राओं ने राष्ट्रपति भवन के बाहर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया.
दिल्ली सरकार पीडि़ता को बेहतर इलाज के लिए विदेश भेजने की भी बात कर रही है.
गैंगरेप के खिलाफ शनिवार को दिल्ली की सड़कों पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
महिलाओं के साथ हो रहे वीभत्स वारदातों के खिलाफ दिल्लीवासियों का गुस्सा फूट पड़ा.
फिलहाल मुख्य आरोपी राम सिंह, विनय और पवन पुलिस रिमांड पर हैं, जिन्हें रविवार को कोर्ट मे पेश किया जाना है, जबकि चौथे आरोपी मुकेश के साथ तिहाड़ जेल में मार-पीट की खबर है, जिसके जिसके बाद उसे अलग रखा गया है.