राष्ट्रीय राजधानी में गैंगरेप की बर्बर वारदात पर सरकार ने गुरुवार को कहा कि अभियुक्तों को ऐसी सजा दिलायी जाएगी कि भविष्य में कोई भी ऐसा करने से बाज आये.
दिल्ली में रविवार को हुए वीभत्स गैंगरेप का शिकार हुई पीड़ित छात्रा को गुरुवार को होश आ गया. हालांकि उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. सूत्रों की माने तो पीड़ित छात्रा ने होश में आने के बाद अपने परिवार वालों से पूछा कि आरोपियों को अभी तक पकड़ा गया कि नहीं.
शिंदे ने संसद परिसर में कहा, ‘तीन बेटियों का पिता होने के नाते मैं चाहता हूं कि (बलात्कारियों को) कड़ी से कड़ी सजा मिले.’ उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की जांच में पुलिस अब पहले के मुकाबले अधिक कड़ाई से काम करेगी.
पीड़ित छात्रा के मुंह में ट्यूब लगी हुई है जिसकी वजह से वो बोल नहीं पा रही है लेकिन पेपर पर लिख कर वह अपने परिवार वालों तक अपनी बात पहुंचा पा रही है.
देशभर में घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है. लोग इन दरिंदों के लिए फांसी की मांग कर रहे हैं.
पैरामेडिकल छात्रा से गैंगरेप और बर्बरता की घटना के चलते तीव्र जनाक्रोश के बाद पुलिस गश्त बढ़ाने, ऐसे मामलों से निपटने के लिए पांच त्वरित अदालतों के गठन तथा इस कांड की जांच पर नजर रखने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय के आगे आने समेत कई कदमों की घोषणा हुई.
गैंगरेप की इस बर्बर घटना को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए. दिल्ली विरोध प्रदर्शनों का केंद्र रही और यहां इंडिया गेट, जंतर मंतर, मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर, पुलिस मुख्यालय समेत कई जगहों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए.
पुलिस ने पहले उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 365 (अपहरण), धारा 376 (2) (जी) (गैंगरेप), 377 (अप्राकृतिक अपराध), 394 (डकैती के दौरान चोट पहुंचाना) तथा धारा 34 (साझे इरादे) लगाई थीं.
संसद के दोनों सदनों में शिंदे ने कहा कि जीपीएस प्रणाली सुविधा से लैस और वाहन उपलब्ध कराकर दिल्ली पुलिस के पीसीआर बेड़े को बढ़ाने का फैसला किया गया है.
पुलिस मुख्यालय के बाहर भी महिलाओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की.
शीला दीक्षित के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों द्वारा पुलिस के बैरिकेड को गिराने की कोशिश के बाद पुलिस ने उन्हें तितर बितर करने के लिए पानी की बौछार की.
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि दिल्ली में चलने वाली बसों समेत सभी वाणिज्यिक वाहनों को रात के समय अंदर की लाइट जलाकर चलने को कहा जाएगा.
दिल्ली में रविवार को हुए वीभत्स गैंगरेप का शिकार हुई पीड़ित छात्रा को गुरुवार को होश आ गया. हालांकि उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. सूत्रों की माने तो पीड़ित छात्रा ने होश में आने के बाद अपने परिवार वालों से पूछा कि आरोपियों को अभी तक पकड़ा गया कि नहीं.
पीड़ित छात्रा के मुंह में ट्यूब लगी हुई है जिसकी वजह से वो बोल नहीं पा रही है लेकिन पेपर पर लिख कर वह अपने परिवार वालों तक अपनी बात पहुंचा पा रही है.
देश के हर कोने से ऐसे दरिदों के लिए फांसी की मांग की जा रही है.
महिलाएं सरकार से लगातार सुरक्षा की मांग कर रही हैं.
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने संसद में कहा कि लोगों में विश्वास बहाली के लिए तमाम उपाय किए गए हैं. इनमें रंगीन शीशे और खिडकियों पर पर्दे वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई करने और रात में चलती बसों के भीतर लाइट जलाकर रखने जैसे हिदायत शामिल हैं.
चलती बस में एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर जहां एक तरफ देशभर में कोहराम मचा हुआ है, वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बुधवार को कहा कि इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.
शीला ने कहा कि उन्हें घटना का वास्तविक विवरण प्राप्त हो गया है और यह मामला एक विशेष त्वरित अदालत में निपटाया जाएगा. इसके पहले पुलिस ने मुख्यमंत्री के आवास की ओर बढ़ रही प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की थी.
दोषियों को सजा दिलाने के लिए देश के हर कोने में प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग इनके लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं.
देशभर से गुस्साए लोग पीडि़ता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं.
डाक्टरों को उसके पेट का ऑपरेशन कर उसकी छोटी आंत निकालनी पड़ी जो बिल्कुल क्षत विक्षत थी. उसकी आंत का अधिकतर हिस्सा अब नहीं रहा है. लड़की वेंटिलेटर पर है.
रविवार की रात को एक चलती बस में 23 वर्षीय एक लड़की से बर्बर तरीके से गैंगरेप किया गया. बुधवार को उसका सफदरजंग अस्पताल में पांचवां ऑपरेशन किया गया. डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत स्थिर लेकिन गंभीर बनी हुई है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस घटना को बेहद ही परेशान करने वाली वारदात करार दिया. इस मामले के पांचवें आरोपी को बिहार से गिरफ्तार किया गया और उसे दिल्ली लाया जा रहा है. पुलिस छठे आरोपी राजू (बस खलासी) को ढूंढ़ने में जुटी है.
कृष्णा तीरथ ने भी मामले में सरकार को संज्ञान लेने के लिए पत्र लिखा है.
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने संसद परिसर में कहा, ‘तीन बेटियों का पिता होने के नाते मैं चाहता हूं कि (बलात्कारियों को) कड़ी से कड़ी सजा मिले.’ उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की जांच में पुलिस अब पहले के मुकाबले अधिक कड़ाई से काम करेगी.