गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी और लेडी डॉन अनुराधा चौधरी उर्फ मैडम मिंज की शादी संपन्न हो गई. इसके बाद काला जठेड़ी भारी सुरक्षा के बीच वापस तिहाड़ जेल चला गया. मैंडम मिंज अपने परिजनों के साथ हरियाणा के सोनीपत चली गई. 13 मार्च को उनके गृह प्रवेश की रस्म होने वाली है, जिसके लिए काला जठेड़ी जाएगा. इसके लिए भी कोर्ट ने पेरोल दे रखी है. शादी के बाद लेडी डॉन बहुत खुश नजर आ रही है.
सोनीपत पहुंचने के बाद अनुराध चौधरी से पूछा गया कि शादी कैसी रही? उसने कहा कि जैसे सबकी शादी होती है, वैसे ही हमारी भी सामान्य तरीके से शादी हो गई. उसने कहा, ''हमारी शादी रीति रिवाज से संपन्न हुई. सारी रस्में निभाई गई हैं. इन सबमें इतना वक्त लग गया कि संदीप से बातचीत का मौका नहीं मिला. कोर्ट की तरफ से हमें 6 घंटे का समय दिया गया था. उस समय सीमा के अंदर ही हमने शादी कर ली. अब मैं सामाजिक रूप से संदीप की पत्नी हो चुकी हूं. मैं बहुत खुश हूं.''
दिल्ली के द्वारका स्थित संतोष पैलेस में काला जठेड़ी और अनुराधा चौधरी ने सात फेरे लिए थे. इस दौरान सुर्ख लाल जोड़े में लेडी डॉन नजर आई, जबकि काला जठेड़ी कुर्ता-पायजामा और सदरी पहने हुआ था. उसके सिर पर लाल रंग की पगड़ी थी. इससे पहले लेडी डॉन खुद स्कॉर्पियो ड्राइव करके सोनीपत से दिल्ली पहुंची थी. उसके साथ परिवार के लोग भी मौजूद थे.
उनकी सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए थे. अत्याधुनिक हथियारों लैश कमांडो हर जगह नजर बनाए हुए थे. ड्रोन से पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही थी. आसपास की छतों पर भी पुलिस तैनात थी. सभी पुलिसकर्मियों ने बॉडी कैमरा लगा रखा था. यहां आने वाले मेहमानों को मोबाइल फोन लेकर अंदर जाना मना था. दिल्ली पुलिस ने डीजे भी अंदर नहीं बजने दिया. अपना साजो सामान लेकर पहुंचे डीजे वाले को अंदर नहीं जाने दिया गया.
हाई कोर्ट के आदेश के तहत गैंगस्टर काला जठेड़ी को मंगलवार की सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक की पेरोल मिली थी. तिहाड़ जेल से भारी सुरक्षा बल के साथ आया संदीप सीधे बैंक्वेट हॉल में पहुंचा था. इसके बाद संदीप ने पहले अपने कपड़े बदले. इसके बाद स्टेज पर जाकर कुछ देर अपनी होने वाली पत्नी अनुराधा चौधरी के साथ बैठा. जयमाला हुई. फिर दोनों शादी के मंडप में पहुंचे, जहां उसने लेडी डॉन को सिंदूर लगाया.
13 मार्च को जोड़े की घर वापसी की रस्मों के लिए एक बार फिर उसको हरियाणा के सोनीपत के जठेड़ी गांव ले जाया जाएगा. पुलिस का कहना है कि उसको तीसरी बटालियन यूनिट से बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस कर्मियों के साथ ले जाया जाएगा, जिसे एक कैदी को जेल से बाहर निकालने और वापस जेल में ले जाने का काम सौंपा गया है.
इस शादी पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस स्वाट कमांडो के साथ 250 पुलिसकर्मियों की कड़ी नजर बनी हुई थी. मेहमानों की हिफाजत के लिए पुलिस ने पूरी तरह से कमर कस लिया था.
दिल्ली पुलिस ने समारोह स्थल यानी वैन्यू को सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से सैनिटाइज कर दिया था. मेहमानों की एंट्री के लिए दो मेटल डिटेक्टर लगाए गए थे. सभी लोग उससे गुजरते हुए अंदर गए. हर मेहमान को एक बार कोड दिया गया था.
दिल्ली के द्वारका में स्थित मैरिज हॉल के आसपास गैंगवार होने की आंशका के मद्देनजर चार राज्यों की पुलिस और सेंट्रल एजेंसियां तक मोनिटरिंग कर रही थी. उनके पास इनपुट गैदरिंग और शेयरिंग से लेकर काउंटर अटैक तक की प्लानिंग थी.