यूपी के बरेली में फिर एक प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया. आरोप है कि प्रेमी युगल की जहर देकर हत्या कर दी गई. मरने से पहले छात्रा का एक वीडियो और छात्रा के पिता का धमकी भरा ऑडियो सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में दोनों के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
मृतक लड़के ने इस साल इंटर किया है और लड़की इस साल इंटर में आई है. दोनों के घर आसपास में ही है और दोनों एक-दूसरे से मोहब्बत करते थे लेकिन जाति की खिंची दीवारों के बीच दोनों की मोहब्बत कुर्बान हो गई और प्रेमी युगल की हत्या कर दी गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
लड़की ब्राम्हण थी और लड़का कश्यप, इस वजह से दोनों के परिवार वाले इनकी मोहब्बत में रोड़ा बन रहे थे. इतना ही नहीं, मरने से पहले लड़की का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे उसने बताया कि लड़के के पिता सेवाराम अन्य लोगों के साथ उनके घर आये उसे धमकाया और फिर जबरन जहर दे दिया. जिला अस्पताल में इलाज के दौरान लड़की की मौत हो गई जबकि उसकी मौत से दो दिन पहले उसके प्रेमी की भी जहर खाने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. (प्रतीकात्मक फोटो)
दरअसल, मीरगंज थाना क्षेत्र के सिंधौली में लड़के की 5 जुलाई को उसी के घर में लाश मिली थी. आरोप है कि लड़के के परिजन उसकी मौत का जिम्मेदार लड़की को मान रहे थे. जिस वजह से लड़के के पिता सेवाराम कई लोगों के साथ लड़की के घर में घुसे और फिर उसे धमकाया, मारा-पीटा और फिर उसे जबरन जहर दे दिया. लड़की की मां के साथ भी मारपीट की गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
जिस दिन लड़के की मौत हुई, उस दिन उसके पिता की तहरीर पर लड़की के परिजनों के खिलाफ मीरगंज थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. उसके बाद अब जब लड़की की मौत हो गई तो उसके परिजनों की तहरीर पर लड़के के परिजनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. (प्रतीकात्मक फोटो)
परिवार वालों ने आरोप लगाया कि लड़की के पिता और अन्य लोग उसके घर मे जबरन घुस आए और लड़के को जहर दे दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
वहीं, इस मामले में एसपी ग्रामीण राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. (प्रतीकात्मक फोटो)
फिलहाल अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि प्रेमी युगल की मौत कैसे हुई और अगर दोनों ने खुद भी जहर खाकर जान दी है तो उसका जिम्मेदार कौन है. वहीं, पुलिस ने तो दोनों ही तरफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. ऐसे में पुलिस की जांच पर ही निर्भर करता है कि वो दोषियों को कैसे पकड़ेगी ताकि जीते जी न सही, कम से कम मरने के बाद तो इनकी मौत के जिम्मेदारों को सजा मिल सके. (प्रतीकात्मक फोटो)