छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में छेड़छाड़ से परेशान 10वीं की छात्रा ने खुदकुशी कर ली. आत्महत्या के लिए 16 साल की छात्रा ने खुद पर केरोसिन डाल कर आग लगा ली. इस घटना में वह बुरी तरह झुलस गए. उसे उपचार के लिए भिलाई के सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई. (दुर्ग से रघुनंदन पंडा की रिपोर्ट)
10 अप्रैल की दोपहर करीब साढ़े बारह बजे छात्रा ट्यूशन से लौट रही थी. इसी दौरान हरि नगर इलाके में आरोपी शशिकांत ने उसे रोका और छेड़छाड़ शुरू कर दी. फिर जबरन छात्रा की सेल्फी ली और बात करने का दबाव बनाने लगा. (प्रतीकात्मक फोटो)
छात्रा ने बातचीत करने से मना किया तो शशिकांत ने सेल्फी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी. इसके बाद लड़की रोते हुए घर पहुंची और घटना की जानकारी परिजनों को दी. घरवालों ने कहा कि हम उसके माता-पिता से उसकी शिकायत करेंगे. परिजन का कहना है कि इसके बाद से उनकी बेटी सदमे में थी. उन्हें पता नहीं था कि वो ऐसा कदम उठा लेगी. (प्रतीकात्मक फोटो)
मृतका के पिता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण 11 अप्रैल की सुबह पत्नी घर से राशन लेने चली गई थी. मैं दोस्त की कार लेकर काम से रायपुर चला गया था. घर पर भांजा पढ़ाई कर रहा था. अकेला पाकर बेटी ने खुद को आग के हवाले कर दिया. सूचना मिलने पर पत्नी घर पहुंची और मुझे भी जानकारी दी. बेटी को इलाज के लिए भिलाई सेक्टर 9 अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. (प्रतीकात्मक फोटो)
मृतक छात्रा के पिता की शिकायत पर मोहन नगर पुलिस ने आरोपी शशिकांत कोमा (21) के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 354 और पॉक्सो के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पिछले 5 महीने से नाबालिग को परेशान कर रहा था. कई बार नाबालिग के परिजन ने आरोपी को समझाया भी था. पुलिस के मुताबिक, छात्रा घर में बड़ी थी. उससे एक छोटी बहन है जो 8वीं में पढ़ाई करती है. (प्रतीकात्मक फोटो)
इस बारे में एडिशनल एसपी शहर संजय कुमार ध्रुव ने बताया कि यह मोहन नगर थाने के अंतर्गत का मामला है. नाबालिग बच्ची की सेल्फी पड़ोस में रहने वाले ने ली. सेल्फी लेने से बच्ची ने खुद अपने ऊपर आग लगा ली. अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने के बाद छात्रा के पिता की रिपोर्ट पर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया.