अदालत की अवमानना कर लोगों की निगाहों में आया संत रामपाल जब तक गिरफ्तार नहीं हुआ था, तब तक लोगों को ये गुमान भी नहीं था कि इस शख्स के पीछे रहस्यों और करतूतों की फेहरिस्त इतनी लंबी होगी. लेकिन अब रामपाल के शिकंजे में आते ही जहां उसका तिलिस्म तार-तार होने लगा है, वहीं एक-एक कर उसके राज़ भी बेपर्दा होने लगे हैं. राज भी ऐसे कि जो भी सुने, बस सुनता रह जाए.
रामपाल के आश्रम से पुलिस को कई ऐसी चीजों मिली हैं, जिनके बारे में लोगों को पहले थोड़ा भी अंदेशा नहीं था. पुलिस ने रामपाल के कमरे से प्रेग्नेंसी टेस्ट किट भी बरामद की है.
धर्म का पाखंड अब सलाखों के पीछे पिघलने लगा है. कबीरपंथ के इस ध्वजधारी के लिए स्वयंभू संत बनना भारी पड़ गया. हाथों से सलाखें पकड़े बाबा अपने अतीत का एक एक पन्ना पलट रहा है. गुनाहों के धन से दौलत का अंबार लगाने वाले बाबा का घमंड जलते हुए लोहे की तरह पिघलने लगा है. अब रामपाल के ऐसे ऐसे खुलासे हो रहे हैं कि सुनकर ही कान खड़े हो रहे हैं. पुलिस अब रामपाल को साथ लेकर, आश्रम के कोने कोनेकी सच्चाई बाहर लाना चाहती है. और इसके लिए बाकायदा पुलिस की छह अलग अलग टीमें बनीं. आज हम बाबा का वो खुलासा करने जा रहे हैं जिसमें बाबा के 10 बेहद गहरे राज़ छुपे हैं.
1. लेडीज बाथरूम पर बाबा की नज़र!
वैसे तो बाबा के आश्रम में अंदर बाहर, अनगिनत सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. लेकिन राज की बात ये है कि महिला शौचालयों पर भी बाबा ने सीटीवी कैमरे लगा रखे थे.
बताया जा रहा है कि इन सीसीटीवी की स्क्रीन रामपाल के बेहद खास रेस्ट रूम से लेकर उनजगहों पर लगी थीं, जहां बाबा के सिवा किसी को जाने की इजाजत नहीं थी.
वैसे तो बाबा के आश्रम में 854 बाथरूम, 1254 टॉयलेट बनाए गए हैं. लेकिन सूत्रों के मुताबिक बाबा के कैमरे महिला बाथरूम को ज्यादा घूरते थे. पुलिस लगातार, इसकी
छानबीन कर रही है और बाबा को बेपर्दा कर रही है.
2. दूध का स्नान और खीर का प्रसाद!
बाबा रामपाल की गिरफ्तारी के बाद जो दूसरा राज सामने आया है वो ये कि बाबा दूध से नहाता था, और फिर उसी दूध की खीर बनाकर भक्तों को
बांटता था. रामपाल ऊंचे से आसन पर ध्यान की मुद्रा में बैठ जाता था, भक्त बाबा को नहलाते और फिर उसी दूध को बर्तन में इकट्ठा किया जाता. फिर
बाबा इसी दूध की खीर बनवाकर, भक्तों में बांटता. बताया जाता है कि कमरे की छत पर लगे पाइप से रामपाल पर दूध गिराया जाता था. फिर उसी दूध को टब वगैरह
में इकट्ठा किया जाता था. बाबा के बदन से उतरे दूध की खीर बनवाई जाती. बाबा कहता था कि जो इस खीर को खाएगा, उसके साथ चमत्कार होगा.
बाबा रामपाल ऐसा सतलोक आश्रम में ही नहीं करता था, बल्कि रोहतक के आश्रम में भी वो दूध से ही नहाता था. 4 एकड़ में बने पुराने आश्रम में बाबा
ने 20 गाय पाल रखी थीं और उन गायों के दूध से बाबा स्नान करता था.
3. बाबा की अय्याशी का बेडरूम!
12 एकड़ ज़मीन पर बना बाबा का रहस्य लोक और उस रहस्यलोक में बाबा का 5 मंजिला किला. इस किले में बाबा का लग्ज़री बेडरूम जिसमें मौजूद थीं, फाइव स्टार
होटल जैसी सुविधाएं.लेकिन बेडरूम के गद्दे का सुख बाबाभोग चुका है. बाबा के बेडरूम में बना बाथरूम भी एकदम विदेशी है. बाबा इसी बेडरूम से अपने ब्लैक कमांडों को
हुक्म देता था तो गुप्त लिफ्ट भी बाबा के बेडरूम में ही खुलती है. बाबा के बेडरूम में अय्याशा का पूरा सामान मौजूद था.
4. बाबा का बुलेटप्रूफ सिंघासन
रामपाल 12 फूट ऊंचे बुलेट प्रूफ सिंहासन पर बैठता था. इस सिंहासननुमा कुर्सी पर बैठकर रापमाल भक्तों को प्रवचन देता था. बाबा के इस बुलेटप्रूफ केबिन की एक और
खासियत हैवो ये कि इसमें हाइड्रॉलिक लिफ्ट लगी है जिसके जरिए बाबा डायरेक्ट केबिन में पहुंचा था. चारों तरफ कैमरे लगे हैं. यानी बाबा प्रवचन के साथ साथ
सब पर नजर भी रखता था.
5. रामपाल के तहखाने का राज
बात चाहे रामपाल के करौंथा आश्रम की हो या फिर बरवाला के सतलोक आश्रम की पुलिस की मानें तो उसके आश्रमों में गुप्त तहखाना जरूर होता है. जहां रामपाल
दुनियावालों की निगाहों से छिप कर रहस्यमयी गतिविधियों को अंजाम दिया करता है. रामपाल के तहखानों का राज 2006 में तब पहली बार सामने आया, जब उसके इस
आश्रम में उसके भक्तों के साथ आर्यसमाज के अनुयायियों की झड़प हुई. पुलिस रामपाल के आश्रम में दाखिल हुई तो तमाम ऐशो आराम के सामानों के साथ-साथ आश्रम
में छिपे तहखाने को देख कर उसकी आंखें भी फटी की फटी रह गई.
पुलिस की मानें तो आश्रम में मौजूद इस तहखाने को कुछ इस तरह से बनाया गया था कि ये तमाम लोगों की निगाहों से हमेशा ओझल बना रहा. तकरीबन 100 मीटर
लंबे इस तहखाने से रामपाल कई बार भक्तों के बीच में कुछ ऐसे प्रकट होता था कि लोग उसे मायावी समझ लेते थे. लेकिन जब पुलिस ने आश्रम का चप्पा-चप्पा
खंगाला तो ये राज सामने आ गया. हिसार पुलिस को रामपाल के बरवाला आश्रम में भी तहखाना होने की खबर मिली है. शायद यही वजह है कि इन तमाम राज से
पर्दा हटाने के लिए सूबे के डीजीपी आश्रम को खंगालने में कम से कम दो दिनों का वक्त लगने की बात कह रहे हैं.
6. नास्त्रेदमस का 'अवतार'
रामपाल की हर शिगूफेबाजी और हर राज चौंकानेवाला है. क्या आप यकीन करेंगे कि रामपाल खुद को 445 साल बाद प्रकट होनेवाला वो हिंदू संत करार देता है, जिसका
जिक्र सन 1555 में प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने किया था. दरअसल, नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी के दौरान ये कहा था कि आज से कोई 445 साल बाद एक
ऐसा हिंदू संत प्रकट होगा, जो पूरी दुनिया में भारत को विश्व गुरु के तौर पर स्थापित करेगा और साल 2006 से उरूज में आए रामपाल ने खुद को वही संत बता कर
लोगों की आंखों में धूल झोंकना शुरू कर दिया. रामपाल के आश्रमों के कई किताबों में इन बातों का जिक्र था. इन साहित्यों की मानें तो नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के
मुताबिक पांचवें शतक के अंत तक यानी साल 1999 में एक संत घर संसार छोड़कर संत बनेगा और उसकी क्रांति 2006 तक चलेगी. इसके बाद लोग उसका अनुशरण
करने लगेंगे और तब स्वर्ण युग की शुरुआत होगी.
7. भक्त, बाबा और माया जाल
मल्टी लेवल मार्केटिंग का जाल बना बिछाकर आपने कई कंपनियों को फर्श से अर्श तक का सफर पूरा करते देखा होगा. पुलिस की मानें तो रामपाल ने अपने आडंबर का
जाल बट्टा फैलाने के लिए कुछ ऐसा ही हथकंडा अपना रखा था. वो अपने हर भक्त से दो भक्तों को जोड़ने के लिए कहता और उन्हें नाम दीक्षा देने के नाम पर आश्रम में
रोक कर उनका ब्रेनवॉश किया करता था. रामपाल के इस एमएलएम का जाल कितना कारगर साबित हुआ इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद को
परमेश्वर बताकर मोक्ष का रास्ता दिखाने का दावा करनेवाले रामपाल के इन बातों पर यकीन कर हजारों लोग रामपाल पर करोड़ों रुपए लुटा चुके थे.
8 रामपाल की तिजोरी राज
बरवाला के बिल से रामपाल को खींच निकालने के बाद जब हरियाणा पुलिस सतलोक आश्रम में दाखिल हुई तो रामपाल का एक और राज उनका इंतज़ार कर रहा था.
राज रामपाल की तिजोरी का...दरअसल, इस आश्रम में रामपाल ने जगह-जगह ना सिर्फ कई तालों में बंद शेल्फ और ड्रायर बना रखे थे, बल्कि कुछ खास ठिकानों पर
इलेक्ट्रानिक तिजोरियां भी मौजूद थीं. वो तिजोरियां जिसे आम तौर पर नकदी और ज्वेलरी जैसी बेशकीमती चीजें रखने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. लेकिन जाते-जाते
रामपाल और उसके समर्थक ना सिर्फ इन तिजोरियों को खूफिया कोड नंबरों से लॉक कर गए, बल्कि पुलिस का काम मुश्किल करने के लिए कुछ ही बैटरियां भी निकाल
गए. सवाल ये उठता है कि खुद को फकीरी के संत कबीर के नक्शे कदम पर चलनेवाला बताने वाले रामपाल ने आखिर इतनी दौलत कहां से और कैसे जोड़ी. जिसे उसे
तिजोरियों में कैद करके रखना पड़ता था. ऐसे में अब इन तिजोरियों को खोल कर इसके अंदर छिपे असली राज तक पहुंचना पुलिस के लिए एक और चुनौती है.
9 बाबा के कर्मों की हार्ड डिस्क
रामपाल के करतूतों की परतें उघाड़ रही पुलिस को हर रोज़ नई चीज़ें हाथ लग रही हैं. पुलिस ने रामपाल के करीबी बलजीत और उसकी बेटी बबीता के कब्ज़े से जो कुछ
बरामद किया है, उन्हें देख कर उसकी निगाहें टेढ़ी हो गई हैं... दरअसल, पुलिस को बबीता के पास से एक लैपटॉप, 6 मोबाइल फ़ोन, 10 हार्ड डिस्क, 17 सीडी, 3
टेलीफोन डायरी और पांच फाइलें मिली हैं. पुलिस को शक है कि इन तमाम चीज़ों में बाबा के कई गुप्त राज़ दफ्न हो सकते हैं... फिर चाहे वो राज़ आंडबर के कारोबार
की हो या फिर किसी और धंधे की यही वजह है कि पुलिस एक तरफ़ जहां सर्च वारंट लेकर इस आश्रम का कोना-कोना छान रही है, वहीं वो अपने साथ कुछ साइबर
एक्सपर्ट्स की टीम लिए भी घूम रही है ताकि इन इलैक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ में छिपे राज़ बाहर निकाले जा सकें... आश्रम के आस-पास खेतों में मिली आपत्तिजनक और
अश्लील सामग्री का मिलना भी फिलहाल जांच के दायरे से बाहर नहीं है.
10. हवालात में रामपाल की पहली रात
कैदखाने की ज़मीन पर बाबा की कमर अकड़ गई होगी.हवालात में पहली रात रामपाल एक सेकेंड भी नहीं सोया. करवटों में रात गुज़र गई.
काल कोठरी में बाबा ने निवाला भी नहीं चखा. बस एक बोतल पानी मांगा. सलाखों के पीछे खड़े रामपाल ने अपना मुस्कतबिल इन तस्वीरों में ही सोच लिया होगा. पांच
दिन की पुलिस रिमांड में हवालात की हवा खा रहे बाबा को कोर्ट में पेश किया गया तो 80 मिनट तक गर्दन नहीं उठी.