इंसानियत सड़क पर कैसे-कैसे गुनहगारों के हाथ मरती है. इसकी जीती जागती तस्वीर महाराष्ट्र के देहू से आई है. भरी दोपहर में 3 बजे शहर में इंसानियत सड़क पर एक बार नहीं दो बार नहीं पूरे सात बार पत्थरों से कुचली जाती है. लोग तमाशबीन बने पूरी वारदात देखते रहते हैं. युवक की मौत हो जाती है. पुलिस केस दर्ज करके मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, 18 साल का विनायक पाटोले पेट्रोल पंप में तेल भरवा रहा था. उसको जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला वाला है. तीन बजे अचानक पेट्रोल पंप पर एक सफेद स्कूटी आई. उसमें दो लोग सवार थे. वहां पहले से एक शख्स विनायक को मारते हुए खींचता है. उसके बाद पांच लड़के उस पर टूट पड़ते हैं.
उसे जमीन पर गिराकर मारते हैं. वो बचने के लिए उठने की कोशिश करता है तो उसे पकड़कर स्कूटी पर लादकर मारते हैं. लड़के उसे तब तक मारते हैं जब तक उसके शरीर में कोई हलचल नहीं होती. इसके बाद पत्थरों से उसे कुचल देते हैं. भीड़ तमाशबीन की तरह तमाशा देखती रहती है. अपराधी वारदात को अंजाम देकर चले जाते हैं.