पठानकोट में गिरफ्तार किए गए पाक जासूस इरशाद अहमद को सिम कार्ड बेचने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी को अदालत ने दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
पठानकोट आतंकी हमले के मामले में तेजी से जांच चल रही है. पुलिस ने पिछले सप्ताह एक 20 वर्षीय पाक जासूस को गिरफ्तार किया था. जिससे लगातार पूछताछ की जा रही है. यह संदिग्ध पाक जासूस 31 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले की सहारनपुर तहसील से गिरफ्तार किया गया था.
गिरफ्तारी के बाद उससे सेना के संवेदनशील प्रतिष्ठानों और इमारतों की तस्वीरें खींचने के सिलसिले में सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं.
इरशाद अहमद के बारहवीं तक पढ़ा है. वह एक ऐसे ठेकेदार के साथ मजदूर के रूप में काम कर रहा था, जो पठानकोट के कैंट एरिया में केबल बिछाने का काम कर रहा था.
आईबी अब उससे पूछताछ कर रही है. दरअसल उसे पाकिस्तान से आई एक फोन कॉल के आधार पर गिरफ्तार किया गया था. एजेंसियां अभी भी इस बात की जांच कर रही हैं कि इरशाद के हैंडलर कौन थे? क्या वे उसे संवेदनशील जानकारी के लिए पैसा दे रहे थे.
उच्च सूत्रों ने बताया कि एनआईए ने ऐसे 250 लोगों की एक लिस्ट बनाई है, जिन्होंने पठानकोट एयरबेस पर अस्थायी रूप से काम किया और बेस के अंदर भी गए. माना जा रहा है कि पाक जासूस के इरशाद अहमद की गिरफ्तारी के बाद जांच में तेजी आई है.
एनआईए सूचीबद्ध व्यक्तियों की सूची में इस बात की जांच भी कर रही है कि इनमें से कितने लोग जम्मू-कश्मीर रहने वाले हैं. सूत्रों का कहना है कि एनआईए और पुलिस ने सूचीबद्ध व्यक्तियों से उनके घरों पर पूछताछ कर रही है.