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सैलाब में पलटी बस या तूफान में...

दुनिया में वाकए बहुत होते हैं और वारदात भी, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, जिन्हें देखकर खुद अपनी आंखों पर भी यकीन नहीं होता. चीन में एक बस के अंदर ऐसा तूफान मचा, जो जब थमा, तब सबकुछ थम चुका था.

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क्‍या हुआ बस में...
क्‍या हुआ बस में...

दुनिया में वाकए बहुत होते हैं और वारदात भी, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, जिन्हें देखकर खुद अपनी आंखों पर भी यकीन नहीं होता. चीन में एक बस के अंदर ऐसा तूफान मचा, जो जब थमा, तब सबकुछ थम चुका था.

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बात चीन के लिशुई की है. 2 अगस्त, 2013 को सुबह के 09:52 बजे हाइवे पर एक बस मंज़िल की तरफ़ बढ़ रही है. अचानक ड्राइवर को यह अहसास होता है कि बस गलत लेन पर चल रही है और वह अपनी ग़लती सुधारने के लिए बस को पीछे करने का फ़ैसला करता है.

आने वाले वक़्त से बेख़बर बस का ड्राइवर और तमाम मुसाफ़िर अब बस के सही लेन पर पहुंचने का इंतज़ार कर रहे हैं. लेकिन तभी महज़ 12 सेकेंड में इस बस में जो कुछ होता है, वो किसी की भी सोच से परे है. क्या ये कोई ज़लज़ला है, तूफ़ान है, एक्सीडेंट है या फिर कुछ और...?

बस के अंदर लगे चार सीसीटीवी कैमरों में क़ैद इसकी चार अलग-अलग तस्वीरें देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. उन तस्वीरों को देखकर यह समझना मुश्किल है कि आख़िर इस बस के साथ बीच सड़क पर क्या हुआ? क्या ये कोई ज़बरदस्त हवा का झोंका था, जो देखते ही देखते ना सिर्फ़ बस के ड्राइवर, बल्कि कुछ मुसाफ़िरों को भी उड़ाकर बस से बाहर ले गया? या फिर कोई ऐसा हादसा, बस के ड्राइवर और मुसाफ़िर जिसका शिकार हो गए? या फिर कोई ज़लज़ला...आख़िर ये मामला है क्या?

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ऐसी ही पहेलियों को सुलझाने के लिए बस में जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, उनमें क़ैद तस्वीरों ने इस मामले को जैसे और उलझा दिया था. लेकिन जब सच सामने आया, तो सभी हैरान रह गए.

सुबह के वक़्त अपनी मंज़िल के लिए चली बस बुरी तरह कांपने लगती है. ऐसा लगता है, जैसे किसी तूफ़ान या ज़लज़ले में फंसे इस बस के तिनके-तिनके बिखर जाएंगे. ड्राइवर किसी तरह स्टियरिंग पर अपनी पकड़ बनाकर बस को कंट्रोल करने की कोशिश करता है, लेकिन उसकी ये कोशिश बेकार चली जाती है और दूसरे कुछ मुसाफ़िरों के साथ बस की खिड़कियों को तोड़ता हुआ वो किसी पुर्ज़ें की मानिंद उड़कर बस से बाहर चला जाता है. पूरे बस में चीख-पुकार मच जाती है.

वारदात का शिकार होते ही बस में बैठे तमाम मुसाफ़िर अपनी-अपनी जगहों से उलझकर कुछ इस तरह दूर जा गिरते हैं, जैसे लगता है कि चंद सेकेंड्स के लिए ज़मीन का गुरुत्वाकर्षण बल यानी ग्रैवीटेशनल फ़ोर्स ही ख़त्म हो गया है. कुछ लोग सीटों के बीच फंस जाते हैं, जबकि कुछ उड़कर कहां जाते हैं, खुद उन्हें भी पता नहीं चलता.

अब आइए, आपको इस भयानाक हादसे की असली कहानी बताते हैं. चीन के जिजयांग प्रोविंस में यह बस दरअसल एक सड़क हादसे का शिकार हुआ. जब बस हाइवे पर बैक हो रही थी, तब पीछे से आए एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने उसे एक ज़ोरदार टक्कर मारी. टक्कर इतनी भयानक थी कि बस के परखच्चे उड़ गए और बस बीच सड़क पर दियासलाई के डिब्बे की तरह उड़कर पलट गई.

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हालांकि इसे कुदरत का करिश्मा कहें या फिर ऊपरवाले की रज़ा, इतने भयानक हादसे में भी इस बस में सवार एक भी शख्स की जान नहीं गई. हां, बस को पीछे से टक्कर मारनेवाले ट्रक ड्राइवर की इस हादसे में जान ज़रूर चली गई. इस हादसे में मरनेवाला वो पहला और इकलौता शख्स रहा. इस एक्सीडेंट में कुल 23 लोग ज़ख्मी हो गए. बहरहाल, अब चीन प्रशासन इस हादसे की इन तस्वीरों की बदौलत ही ऐसे हादसों को और कम करने की तकरीब ढूंढ़ने में लगा है.

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