तौलिए के पीछे से नंगेपन का खेल खेलनेवाले दिल्ली पुलिस के सांवरिया यानी कांस्टेबल जयदेव सिंह मलिक को आखिरकार जेल हो ही गई. पड़ोसियों की शिकायत के बावजूद जो दिल्ली पुलिस अपने साथी की अश्लीलता पर आंखें मूंदे बैठी थी, उसी पुलिस ने आज तक में खबर दिखाए जाने के बाद ना सिर्फ़ अपने इस सांवरिया के खिलाफ़ गैर जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया, बल्कि फौरन उसे सस्पेंड कर जेल में भी डाल दिया.
पिछले दो महीने से ये महाशय हर रोज पूरी पाबंदी के साथ नंगेपन का ये खेल खेल रहे थे. जनाब सूरज उगते ही अपने घर से बाहर निकलते और सबसे पहले पड़ोसी के दरवाज़े पर पेशाब करते और इसी के साथ शुरू हो जाता इनके नंगेपन का वो खेल, जिसे देख कर पूरा मोहल्ला शर्म से पानी-पानी हो जाता. भाई साफ-सफाई के बहाने एक तौलिया लपेट कर घंटों अपने घर के पास मंडराते और इस दौरान वहां से जो भी गुजरता, उसे देख कर अपना तौलिया उतार देते.
अब सोचिए, उन लोगों की हालत क्या होती होगी, जिन्हें सुबह-सुबह ऐसा अजीबोगरीब मंजर देखने को मिलता. शर्म के मारे जहां इनके ज़्यादातर पड़ोसियों ने अपने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था, वहीं इस जगह से गुजरनेवाले लोग भी इस नंगे उस्ताद को देख कर अपनी चाल तेज कर देते. हार कर लोगों ने नंगेपन के इस खिलाड़ी को सबक सिखाने के लिए पुलिस से शिकायत की, लेकिन अपने ही महकमे के एक मेंबर यानी कांस्टेबल जयदेव सिंह मलिक के इस खेल को पुलिस ने नजरअंदाज़ कर दिया लेकिन मलिक की बेशर्मी से ऊब कर इनके एक पड़ोसी ने जहां सीसीटीवी कैमरे में इनकी तस्वीरें कैद कर ली, वहीं आज तक ने नंगेपन के इस खेल के खिलाफ़ लोगों का साथ देने के फैसला किया. शनिवार को वारदात में बात-बात पर तौलिया उतारनेवाले इस पुलिसवाले के चेहरे से नकाब उतरा और उधर खबर दिखाते ही महकमे ने अपने ही मुलाज़िम को नाप दिया. पहले जनाब सस्पेंड हुए और फिर गिरफ्तार कर लिए गए.
पुलिस ने अपने इस कांस्टेबल के खिलाफ़ पहले तो हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन आज तक की कोशिशों के बाद उसी पुलिस ने उसके खिलाफ़ गंभीर धाराओं के अलावा नए कानून पॉस्को के तहत भी गैर जमानती मामला दर्ज कर लिया.
अब गिरफ्तारी के बाद जनाब के सिर से हर रोज़ सुबह-सुबह तौलिया उतारने का भूत तो उतर ही हो गया होगा. देखना ये है कि पुलिस अपने इस मुलाज़िम को कानून की अदालत में आख़िर कब और कितनी सज़ा दिला पाती है.
ये कैसी सनक है? ये कैसा पागलपन है? आख़िर दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल जयदेव सिंह मलिक रोज़ सुबह तौलिया उतार कर सड़क पर नंगा क्यों खड़ा हो जाता है? दिल्ली पुलिस का ये सांवरिया आख़िर क्यों इतना अश्लील है? जवाब जानेंगे, तो चौंक जाएंगे.
तारीख: 03 मई 2013
वक़्त: सुबह के 06 बजकर 17 मिनट
दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल जयदेव सिंह मलिक रोज़ की तरह सुबह-सुबह अपने घर से बाहर निकलता है और इस वक़्त उसके जिस्म पर सिर्फ़ एक तौलिए के और कुछ भी नहीं. इत्तेफ़ाक से तभी पड़ोस में रहनेवाले एक बुजुर्ग शख्स भी अपने घर से बाहर निकलते हैं और मलिक अपना तौलिया खोल कर बेशर्मी से बुजुर्ग के सामने खड़ा हो जाता है लेकिन कहते हैं ना जब सामनेवाला इंसान नंगेपन पर उतर आए, तो शर्म खुद को करनी पड़ती है. लिहाज़ा, बुजुर्ग शख्स मलिक के सामने से हटना ही ठीक समझते हैं लेकिन ये कोई एक दिन बात नहीं है, बल्कि पिछले तकरीबन दो महीनों से मलिक बिना नागा रोज अपने घर के बाहर लाज-शरम छोड़ कर ऐसी हरकतें करता आ रहा है.
तारीख: 15 मई 2013
सुबह: सुबह 03 बजकर 52 मिनट
मलिक के पड़ोस में रहनेवाले बुजुर्ग सतपाल रोज़ सुबह अपने घर से टहलने के लिए निकलते हैं और इस रोज़ मलिक उनके घर से बाहर निकलने से पहले ठीक उनके घर के बाहर ही पेशाब कर रहा है. दो दिन बाद भी मलिक का रवैया जस का तस है. पहले वो अपने पड़ोसी के घर के दरवाज़े पर पेशाब करता है और फिर अश्लील हरकत.
तारीख: 22 मई 2013
वक़्त: सुबह के 06 बजे
इस रोज़ भी मलिक सुबह-सुबह घर से बाहर निकलते ही अपना तौलिया खोलता है और फिर उसकी अश्लील हरकतें शुरू हो जाती हैं. हमेशा की तरह मलिक आज भी महज़ एक तौलिए में घर के बाहर मौजूद है और तभी पड़ोस के मकान में एक लड़का आता है और उसे आते देख कर मलिक एक बार फिर वही हरकत करता है और यानी तौलिया खोल कर उसके सामने खड़ा हो जाता है.
तारीख: 28 मई 2013
वक़्त: सुबह के 6 बजे
लेकिन इस रोज़ तो जैसे सारी हदें खत्म हो जाती है. पहले तो बाइक की साफ़-सफ़ाई के बहाने तौलिया पहना मलिक अपनी तौलिया खोलता है और भी पड़ोसियों के सामने ही अश्लील हरकत शुरू कर देता है. धीरे-धीरे वक्त गुज़रता है और सड़क पर लोगों की आवाजाही शुरू हो जाती है, लेकिन दिल्ली पुलिस के इस कांस्टेबल की हरकतें जारी रहती हैं और मलिक तब जैसे अपनी सारी हदें लांघ जाता है, जब छज्जे पर आई पड़ोस की हरकतों को देखकर वो एक बार फिर अपनी तौलिया उतार कर इशारेबाज़ी शुरू कर देता है.
पुलिस कांस्टेबल मलिक की इन हरकतों का असर ये था कि यहां से गुज़रनेवाले लोग जहां सुबह-सुबह इसे सड़क पर देख कर अपना मुंह दूसरी ओर कर तेज़ी से निकल भागते थे, वहीं कई दफ़ा ये बच्चों के सामने भी ऐसी हरकत करने से बाज नहीं आता और तो और जब इसके पड़ोसी के घर में दूधवाला आता, तो ये रोज़ाना उसे भी अपना जिस्म ज़रूर दिखाता लेकिन जब मलिक की हरकतों से आज़िज़ आकर उसके पड़ोसियों ने उसके खिलाफ़ रिपोर्ट लिखवाई, तो औरतें भी अपनी परेशानी बताए बगैर नहीं रह सकी.
वैसे आप शायद सोच रहे हों कि आस-पास के लोग शायद मलिक के पुलिस में होने की वजह से ख़ौफ़ खाकर ही अब तक चुप रहे होंगे, लेकिन एक हैरानी की बात ये भी है मलिक जिस पड़ोसी से अपनी खुंदक निकालने के लिए ऐसी हरकतें कर रहा था, वो खुद भी कभी दिल्ली पुलिस में थे और उनका बेटा अब भी सब इंस्पेक्टर की नौकरी कर रहा है लेकिन हालत ये थी कि पुलिस भी अपने ही महकमे के मुलाज़िम के खिलाफ़ महकमे के लोगों की ही फरियाद नहीं सुन रही थी.
जाहिर है अब आप सोच रहे होंगे कि आख़िर मलिक ऐसा करता क्यों था? तो इसका जवाब भी दिल्ली पुलिस के ही रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर के पास मौजूद हैं. उनकी मानें तो मलिक के साथ प्रापर्टी को लेकर उनका पुराना विवाद चला आ रहा है, लेकिन अब मलिक ऐसी गिरी हुई हरकतों पर उतर आया था. लेकिन देखिए अपनी ओछी हरकतों के साथ सीसीटीवी कैमरे में कैद होने के बाद जयदेव मलिक कैसी बेचारगी भरी सूरत बना कर इसे अपने खिलाफ़ एक साज़िश करार दे रहा था. उल्टा अपने घर के पास गुंडागर्दी और नंगेपन पर उतारी जयदेव मलिक यहां खुद को अपने ही पड़ोसी के ज़ुल्मो सितम का शिकार बता रहा था.
बहरहाल, सीसीटीवी तस्वीरों में मलिक की हरकतों को देखने के बाद अब किसी के लिए भी ये समझना मुश्किल नहीं है कि सच कौन बोल रहा है और झूठ कौन? वैसे पहले पुलिस ने ये सबकुछ देखने के बावजूद मलिक के खिलाफ हल्की और ज़मानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन आज तक की कोशिश के बाद पुलिस ने मलिक के खिलाफ गैर ज़मानती धाराओं के साथ-साथ प्रिवेंशन ऑफ चाइल्ड फ्राम सेक्सुअल ऑफेंसेज़ यानि पॉस्को के तहत भी मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
वैसे दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल जयदेव सिंह मलिक की हरकतों को देख कर रणबीर कपूर की फिल्म सांवरिया के टाइटल ट्रैक की याद भी आ सकती है. हालांकि अपना सिपाही ना तो रणबीर कपूर है और ना यहां सांवरिय़ा कोई गाना फिल्माया जा रहा है. पर भाई हैं कि सांवरिया स्टाइल से बाज़ आने का नाम ही नहीं ले रहे.