अमरावती में उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हत्या के मामले में दर्ज एनआईए की एफआईआर में दावा किया गया है कि भारत में एक खास वर्ग के लोगों को आतंकित करने के इरादे से यह हत्या की गई है. एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 16, 18 और 20 और आईपीसी की धारा 34, 153 (ए), 153 (बी), 120 (बी) और 302 के तहत मामला दर्ज किया है.
एफआईआर में मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब राशिद, युसूफ खान, शाहिम अहमद और इरफान खान समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है. एनआईए ने यह भी स्पष्ट किया है कि उमेश के पास से कुछ भी चोरी नहीं हुआ है.
हमले में उमेश के दिमाग की नसें तक डैमेज हो गई थीं
अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि चाकू के हमले की वजह से उमेश की दिमाग की नस तक डैमेज हो गई थी. चाकू के वार से उसकी सांस लेने वाली नली, खाना खाने वाली नली और आखं के नसों को भी नुकसान पहुंचा था. पीएम रिपोर्ट के मुताबिक उमेश के गले पर जो जख्म मिला था, वह पांच इंच चौड़ा, सात इंच लंबा और पांच इंच गहरा था.
हत्याकांड में अबतक सात लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
हत्या की वारदात 21 जून को रात 10 से 10.30 बजे के बीच उस वक्त हुई थी, जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे. इस दौरान उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से उनके साथ जा रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे, तो बाइक सवार दो लोगों ने पीछे से आकर उमेश का रास्ता रोक दिया. एक युवक बाइक से उतरा और उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया और मौके से फरार हो गया. उन्हें अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई थी. पुलिस इस सिलसिले में मास्टर माइंड समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. मुख्य आरोपी को पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार किया है.
नूपुर के समर्थन में वॉट्सएप ग्रुप में शेयर किया था मैसेज
उमेश कोल्हे अमरावती शहर में एक मेडिकल स्टोर चलाते थे. उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में उनकी टिप्पणियों के लिए कुछ वाट्सएप ग्रुपों पर एक पोस्ट को शेयर किया था. उन्होंने गलती से पोस्ट को एक ऐसे ग्रुप में शेयर कर दिया था, जिसमें कुछ मुस्लिम भी सदस्य थे. पुलिस के मुताबिक, उमेश ने ब्लैक फ्रीडम नाम के ग्रुप में नूपुर शर्मा के समर्थन वाला वॉट्सएप मैसेज को शेयर किया था.
ब्लैक फ्रीडम नाम के वॉट्सएप ग्रुप में उमेश का दोस्त यूनुस खान भी जुड़ा था. यूनुस खान ने उमेश की ओर से शेयर किए गए पोस्ट को रहबरिया ग्रुप में भेज दिया था जिसमें हत्याकांड का मुख्य आरोपी इरफान खान भी जुड़ा था.
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी इरफान खान ने उमेश की हत्या की साजिश रची और इसके लिए लोगों को शामिल किया था. इरफान खान ने अन्य पांच आरोपियों को 10-10 हजार रुपए देने और भागने के लिए एक कार देने का वादा किया था.