धर्म के सफेद चोले और लच्छेदार बातों के सहारे आसाराम और उनका बेटा नारायण साईं अब तक एक लड़की को झुठलाने में लगे थे. आसाराम कभी उसे अपनी पोती समान बताते, तो कभी उनका बेटा उसे दिमागी बीमारी का शिकार बताता था लेकिन वक्त का पहिया अब कुछ ऐसा घूमा है कि आसाराम के साथ-साथ उनका बेटा भी लपेटे में आ गया है और लपेटा भी मामूली नहीं, बल्कि उसी रेप का है, जिस रेप ने आसाराम को सलाखों को पीछे ऐसा पहुंचाया है अब जमानत मांगे नहीं मिल रही.
आसाराम नाम एक, काले कारनामे 'अनेक'
इससे पहले कि आसाराम अपने खिलाफ़ दर्ज यौन शोषण के मामले में कानून और अदालत पर कोई असर छोड़ पाते, आसाराम के खिलाफ़ बलात्कार का एक और मामला दर्ज हो गया है लेकिन इस बार मुसीबत सिर्फ आसाराम पर नहीं, बल्कि नारायण साईं पर भी है, क्योंकि बलात्कार का एक मामला नारायण साईं के खिलाफ़ भी दर्ज हुआ है.
सबसे पहले जान लेते हैं उन दो जगहों पर जहां इन दोनों बाप-बेटे पर अलग-अलग लड़कियों से बार-बार बलात्कार करने यानी मल्टीपल रेप के शर्मनाक आरोप लगे हैं.
आसाराम का अहमदाबाद आश्रम, वैसे तो इस आश्रम को आसाराम और उनके भक्त एक महान धार्मिक आस्था का केंद्र बताते हैं, लेकिन इसी आश्रम से जो खबर बाहर निकली है, उसने इंसान और इंसानियत दोनों को शर्मसार कर दिया है.
आसाराम केसः रहस्यमयी तरीके से गायब पीड़ित परिवार
क्या आप यकीन करेंगे कि इसी आश्रम में आसाराम अपनी की एक अनुयायी लड़की के साथ 2002 से लेकर 2004 यानी पूरे दो साल तक एकांतवास के नाम पर बार-बार बलात्कार करते रहे. इस दौरान इस लड़की ने कई बार आसाराम के चंगुल से छूट कर भागने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसे डरा-धमका कर रोक लिया गया.
ये तो रही बाप की बात, बेटे पर इल्जाम भी कुछ कम नहीं. नारायण साईं के खिलाफ़ दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक सूरत के इसी आश्रम में नारायण साईं ने उसी लड़की की छोटी बहन के साथ ठीक वही हरक़त की, जो बड़ी बहन के साथ आसाराम ने अहमदाबाद में की थी.
आसाराम के तंत्र-मंत्र की गुफा का खुलासा
आसाराम के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने वाली लड़की की छोटी बहन ने बताया है कि वो दोनों बहनें 1997 से लेकर 2007 तक आसाराम के आश्रमों में रहीं थीं. और इसी दौरान नारायण साईं ने सूरत और पिंडमाला के आश्रम में उसके साथ साल 2002 से 2004 के दौरान कई बार बलात्कार किया और हैरानी की बात ये रही कि जब इन दोनों बहनों से आश्रम से निकलने की कोशिश की, तो आसाराम के गुर्गों के साथ-साथ खुद आसाराम की पत्नी और बेटी ने भी दोनों बहनों को ना सिर्फ डराया धमकाया, बल्कि आसाराम और उनके बेटे के सामने पेश होने को भी कहती रहीं और अब इसी वजह से पुलिस ने आसाराम और उनके बेटे के साथ-साथ उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ़ भी रिपोर्ट दर्ज की है. साफ़ है कि आसाराम के खिलाफ़ आनेवाले दिनों में मुसीबत और बढ़ने वाली है.
भूत उतारने वाले आसाराम के पीछे पड़ा भूत!
लोगों की निगाहों में जगह बनाने के लिए इन बाप-बेटे ने क्या कुछ नहीं किया. सूखे की परवाह ना करते हुए आसाराम कभी पिचकारी की धार छोड़ते रहे तो कभी उनका बेटा नारायण साईं कृष्ण बन कर बांसुरी बजाने का स्वांग रचता रहा लेकिन जब बाप-बेटे की शिकार हुई लड़कियां अपनी करनी पर आईं, तो एक ही झटके में दोनों का चेहरा बेनकाब हो गया.
सूरत के जहांगीरपुरी थाने में रविवार की सुबह इन दोनों बहनों ने जो पुलिस को जो शिकायत दीं, उसने आसाराम और नारायण साईं के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दीं.
बड़ी बहन ने बताया कि आसाराम ने उसके साथ अहमदाबाद आश्रम में बार-बार रेप किया, जबकि उनके बेटे नारायण साईं ने छोटी बहन के साथ सूरत और पिंडमाला आश्रम में. यही वजह है कि पुलिस ने बड़ी बहन की शिकायत पर आसाराम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उस मामले को जांच के लिए अहमदाबाद पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि छोटी बहन की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर सूरत पुलिस ने ही मामले की तफ्तीश शुरू कर दी.
आखिर एकांतवास में ऐसा क्या करते थे आसाराम!
दरअसल, इन दोनों लड़कियों ने पुलिस को अपने साथ हुई ज्यादती की जो कहानी बताई है, वो अपने-आप में काफी चौंकाने वाली है. दोनों बहनों का कहना है कि वो पहली बार 1997 में ही आसाराम के अहमदाबाद आश्रम में रहने के लिए आईं थीं. उन दिनों वो दोनों बाबा की भक्ति के अलावा आश्रम में मौजूद फैक्ट्रियों में काम करती थीं. वैसे तो आश्रम में कई रहस्यमयी घटनाएं होती थीं, लेकिन उनके साथ पहले कई सालों में कुछ नहीं हुआ लेकिन साल 2002 में दोनों की बहनों के साथ ज्यादती हो गई. एकांतवास और समर्पण के नाम पर आसाराम ने जहां बड़ी बहन को अपना शिकार बनाया, वहीं उनके बेटे नारायण साईं ने छोटी बहन को.
हैरानी की बात ये रही कि इस शर्मनाक करतूत की खबर होने के बावजूद आसाराम की पत्नी और बेटी ने इसका विरोध करने की बजाय महिला होते हुए भी उल्टा दोनों लड़कियों को डराया धमकाया और आसाराम और नारायण साईं के पास जाने के लिए मजबूर करती रहीं. आख़िरकार दोनों बहनें अपनी मां की बीमारी का बहाना बना कर आश्रम से भागने में कामयाब हो गईं. हालांकि अब आसाराम की प्रवक्ता नीलम दूबे अब इन आरोपों पर सवाल खड़े कर रही हैं.
उधर, पुलिस का कहना है कि इतने सालों बाद बेशक मेडिकल जांच में दोनों के खिलाफ़ रेप की बात साबित ना हो पाए, लेकिन तमाम परिस्थितिजन्य साक्ष्यों और सुबूतों के लिहाज़ से वो दोनों ही मामलों की जांच कर बाप-बेटे को सजा दिलाने की कोशिश करेगी.