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सुसाइड के 2 महीने बाद दहेज का मुकदमा, सहा बेतहाशा टॉर्चर... अतुल जैसी ही दर्दभरी थी ऋषि त्रिवेदी की कहानी

'आज तक' के स्टूडियों पहुंचे ऋषि के भाई ओमजी त्रिवेदी ने हमें बताया कि ऋषि त्रिवेदी के साथ भी अतुल जैसी घटना हुई थी, उन्होंने कथित तौर पर अपनी पत्नी शिखा अवस्थी के उत्पीड़न से तंग आकर 27 दिसंबर, 2023 को आत्महत्या कर ली थी.

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ऋषि त्रिवेदी के भाई ओमजी ने सारी कहानी सुनाई
ऋषि त्रिवेदी के भाई ओमजी ने सारी कहानी सुनाई

Rishi Trivedi Suicide Case: बेंगलुरु के 34 वर्षीय टेकी अतुल सुभाष की दुखद मौत के बाद हर तरफ पुरुष उत्पीड़न पर बहस छिड़ गई है. लेकिन अतुल का मामला ऐसा कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि पिछले साल दिल्ली में भी एक ऐसी ही वारदात सामने आई थी, जिसकी चर्चा अब खूब हो रही है. यहां तक कि सोशल मीडिया पर #JusticeforRishi भी ट्रेंड कर रहा था. क्योंकि उस केस में पीड़ित का नाम ऋषि त्रिवेदी था. इस मामले को लेकर हमने पत्नी से तंग आकर अपनी जान देने ऋषि के छोटे भाई ओमजी त्रिवेदी से खास बातचीत की.

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'आज तक' के स्टूडियों पहुंचे ऋषि के भाई ओमजी त्रिवेदी ने हमें बताया कि ऋषि त्रिवेदी के साथ भी अतुल जैसी घटना हुई थी, उन्होंने कथित तौर पर अपनी पत्नी शिखा अवस्थी के उत्पीड़न से तंग आकर 27 दिसंबर, 2023 को आत्महत्या कर ली थी. ऋषि उत्तर प्रदेश के औरैया के रहने वाले थे और अपनी आजीविका चलाने के लिए दिल्ली में टैक्सी चलाते थे.

ऋषि के भाई ओमजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर अपने भाई और अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले को एक जैसा बताया. क्योंकि उनके बाई ऋषि ने भी मरने से पहले एक वीडियो बनाया था. जिसमें उन्होंने अपना दर्द बयां किया था. साथ ही अपनी पत्नी शिखा को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था. 

ओमजी ने बताया कि ऋषि की मौत के बाद उनकी पत्नी शिखा कथित तौर पर अपने माता-पिता के घर से लौटी और 5 लाख रुपये की मांग करने लगी. उसने कथित तौर पर धमकी दी कि अगर वे पैसे नहीं देंगे, तो वह उन्हें ऋषि का अंतिम संस्कार नहीं करने देगी. ओमजी ने बताया कि उसने सबके सामने उनके परिवार का अपमान किया. वो गली में खड़ी होकर चिल्लाई और उनके परिवार को गालियां दीं. 

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ओमजी ने कहा कि जब उनके परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई, तब पुलिस ने उनकी अनदेखी की. ओमजी का कहना है कि अपनी बीवी की मांगों को पूरा करने के लिए ऋषि दिन में 12-14 घंटे काम करता था और टैक्सी चलाता था. फिर भी उसे उसकी बेरहमी का सामना करना पड़ता था. वह उसके लिए खाना भी नहीं बनाती थी और उसे भूखा सोने पर मजबूर करती थी.

ओमजी ने बताया कि जब उनकी मां बीच-बचाव करके उसे खाना देने की कोशिश करती थी, तो उसकी भाभी उनके पूरे परिवार के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने की धमकी देती थी, जिसकी वजह से वे दूर रहने पर मजबूर हो गए. भाभी ने उनके भाई को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, जिससे उसकी नींद और चैन सब छिन गया था. वह अक्सर उसे सुबह 5 बजे जगा देती थी और बार-बार उसे मरने के लिए कहती थी.
 
ओमजी ने बताया कि जब भी उनके बीच कहा सुनी होती थी, तो उसकी भाभी शिखा उनके भाई ऋषि को मरने के लिए कहती थी. वो बेहद निराश और अकेला महसूस करता था.  ओमजी के मुताबिक, उनकी शादी के सिर्फ़ चार दिन बाद ही शिखा गहने चुराते हुए पकड़ी गई थी. दो हफ़्तों के अंदर दो बार उसका असली चेहरा सामने आया था, जिसके बाद उसने हमें डराना-धमकाना शुरू कर दिया था. 

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ओमजी के मुताबिक, पिछले साल 24 दिसंबर को शिखा ने अपनी बहन को उनकी गली में बुलाया, सबके सामने तमाशा खड़ा किया और वो भाई को बेइज्जत करके चली गई. जाने से पहले शिखा ने अपनी साड़ी उस पर फेंकी और कहा, 'इससे फांसी लगा लो.' 25 दिसंबर को ऋषि अपनी टैक्सी लेकर दिल्ली से बाहर चला गया. अगले दिन उसने उसी साड़ी का इस्तेमाल करके अपनी जान दे दी. 

ओम बताते हैं कि अभी भी वो महिला सिर्फ़ पैसे के पीछे पड़ी है और कानून उसे जवाबदेह ठहराने में नाकाम है. इसके बजाय, उनके दुखी परिवार को झूठे मामलों और अंतहीन उत्पीड़न में घसीटा जा रहा है.

ओमजी कहते हैं कि उनके भाई की मौत सिर्फ़ एक निजी त्रासदी नहीं है. यह इस देश में पुरुषों के खिलाफ़ अन्याय और कानूनों के दुरुपयोग का एक ज्वलंत उदाहरण है. वह महिला हमेशा कहती थी, 'महिलाओं का हमेशा वर्चस्व होता है, और एक ही कदम से मैं तुम्हें और तुम्हारे पूरे परिवार को जेल में डलवा दूंगी.' 

उनके अनुसार, शिखा अपनी बहन रुचि दीक्षित के साथ मिलकर ऋषि को लगातार झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देती थी और उससे पैसे मांगती थी. उसके पूरे परिवार ने इस काम में उसका साथ दिया. उसके पिता, मां, भाई और बहन सभी ने इस उत्पीड़न में भूमिका निभाई. लेकिन हालात ये हैं कि एक साल बाद भी शिखा के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और उसे गिरफ्तार भी नहीं किया गया है.

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ऋषि की मौत के अगले दिन शिखा अपने माता-पिता के घर से आई, ऋषि के घर पर हंगामा किया और उनके पिता से 5 लाख रुपये मांगे. उसने धमकी दी कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो वो ऋषि का अंतिम संस्कार नहीं करने देगी. उसने ऋषि के परिवार का अपमान किया, सड़क पर चिल्लाई और उनके परिवार को गालियां दीं. इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. ओमजी ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया.

ओमजी ने अपने एक्स पर लिखा कि 'फरवरी 2024 में उसने (शिखा) ने उत्तर प्रदेश के औरैया में उनके परिवार के खिलाफ घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न और भरण-पोषण के झूठे मामले दर्ज कराए हैं. अब वो उनके 65 वर्षीय पिता को निशाना बना रही है और उन्हें लगातार परेशान कर रही है.

इस मामले में जब 'आज तक' की टीम शिखा अवस्थी द्वारा पुलिस को दिए गए औरैया के पते पर पहुंची तो वह पता गलत पाया गया.

(नोट- यह आलेख मृतक ऋषि के छोटे भाई ओमजी त्रिवेदी से हुई बातचीत और उनकी X अकाउंट पर लिखी गई पोस्ट पर आधारित है)

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