बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह गिरफ्तार हो चुका है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एसटीएफ ने उसे धर दबोचा. वहीं अब बलिया कांड में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद धीरेंद्र सिंह का परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
बलिया गोलीकांड में आरोपी धीरेंद्र सिंह का परिवार मामले की सीबीआई जांच चाहता है. इसके साथ ही नार्को टेस्ट कराये जाने की मांग कर रहा है. धीरेंद्र सिंह की भाभी आशा प्रताप और बेबी सिंह (नरेंद्र और प्रयाग सिंह की पत्नियां) अब एक तरफा जांच होने का आरोप राज्य सरकार पर लगा रहे हैं.
वहीं मौके पर मौजूद आरोपी की दूसरी भाभी आशा सिंह मेडिकल होने के बावजूद मुकदमा न लिखाये जाने पर पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप लगा रही है. इसके अलावा हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी पंकज सिंह भी इस मामले पर पुलिस और प्रशासन की कारवाई को एक तरफा और गलत बता रहे है.
धीरेंद्र से पूछताछ
वहीं पुलिस की पूछताछ में धीरेंद्र सिंह ने बताया, '15 अक्टूबर को गांव में राशन की दुकान को लेकर 2000 आदमी दोनों पक्षों से इकट्ठा हुए थे. एक पक्ष इनका था और दूसरा कृष्ण कुमार यादव और उसके घर के लोगों का था. प्रशासन के लोग भी वहां मौजूद थे. कोटे के आवंटन को लेकर पंचायत के सामने कृष्ण कुमार यादव और उनके साथियों के साथ कहासुनी हो गयी. इस बीच विपक्षियों की ओर से गोली चला दी गई.'
धीरेंद्र सिंह ने बताया, 'गोली चलाने के कारण उसका भतीजा गोलू सिंह और घर की 5-6 औरतें घायल हो गईं. गोलू सिंह की बाद में मौत हो गई. जवाब में इन लोगों के जरिए फायर किया गया. जिसमें जय प्रकाश पाल उर्फ गामा पाल जो कृष्ण कुमार यादव का आदमी था, मर गया.'
लखनऊ से गिरफ्तार
बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई ने यूपी एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश के हवाले से बताया कि धीरेंद्र सिंह और उसके साथियों संतोष यादव और अमरजीत यादव को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया. तीनों से एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है. धीरेंद्र के साथियों के पास से हथियार भी बरामद किए हैं. घटना के समय इस्तेमाल किए गए हथियारों पर एसटीएफ अधिक जानकारी जुटा रही है.