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इडली का ऑर्डर, कैफे में IED ब्लास्ट और खौफनाक साजिश... आखिर कहां है बेंगलुरु को दहलाने वाला 'आतंकी'?

बेंगलुरू ब्लास्ट के आरोपी की तलाश जारी है. सिर पर टोपी मुंह पर मास्क, आंख पर चश्मा और एक बैगपैक. बस यही उसकी पहचान है. धमाका लो डेंसिटी का था, लेकिन जिस तरह से इसमें आईडी का इस्तेमाल किया गया है, सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. यह जांच की जा रही है कि कहीं इसमें आतंकी साजिश तो नहीं है?

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बेंगलुरू ब्लास्ट के आरोपी की तलाश जारी है.
बेंगलुरू ब्लास्ट के आरोपी की तलाश जारी है.

नाम- अज्ञात, उम्र- 28-30 साल, पता- अज्ञात, आरोप- रामेश्वरम कैफे में धमाका. बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में धमाके का मुख्य आरोपी यही है. यही वो शख्स है जिस पर शक है कि इसने कैफे में धमाके को अंजाम दिया है. सिर पर टोपी, कंधे पर बैगपैक और समान्य से तेज चाल. इस शख्स का नाम पता किसी को नहीं मालूम, सिर्फ इतनी ही इस संदिग्ध की पहचान है. इसी शख्स ने कैफे के वाशबेसिन में बम लगाया और फिर वहां से चलता बना. इसके जाते ही वहां जोरदार धमाका हो गया. 

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शुक्रवार को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर ये शख्स राममेश्वरम कैफे के अंदर घुसता है. 11 बजकर 38 मिनट पर रवा इडली का ऑर्डर करता है. इसके बाद वॉशबेसिन की तरफ हाथ धोने चला जाता है. तब तक 11 बजकर 44 मिनट हो चुके थे. वो वहां बम रखता और तेजी से बाहर निकल जाता है. उस वक्त 11.45 हो चुके थे. उसके बाहर जाने के बाद 12.56 पर कैफे में जोरदार धमाका होता है. सीसीटीवी फुटेज में भी टोपी वाले इस शख्स की तस्वीरें कैद हो जाती हैं. कैफे के अंदर ये शख्स मुंह पर मास्क लगाए हुए है और हाथ में रवा इडली है. 

राममेश्वरम कैफे में ये धमाका बाहर की तरफ हुआ था. बम कैफे के बाहर रखा गया था. इसलिए नुकसान कम हुआ. कैफे से निकलकर ये संदिग्ध कहां गया? धमाके के बाद ये कहां छुपा है? इसकी तलाश में एनआईए, एनएसजी और कर्नाटक पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं. रामेश्वरम कैफे के आसपास जो भी सीसीटीवी हैं. उनके जरिए सुराग ढूंढा जा रहा है. कर्नाटक के परिवहन मंत्री ने कहा कि बसों में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की जा रही है. हो सकता है कि उसने भागने के लिए बस लिया हो.

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कैफे से बाहर जाता धमाका का संदिग्ध, देखें वीडियो... 

इस धमाके में हुई अब तक की जांच में एक बात को साफ हो गई है कि धमाके में आईईडी का इस्तेमाल हुआ है. लेकिन सवाल ये है कि आईईडी आया कहां से? क्या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है? क्या किसी आतंकी संगठन ने इसको प्रोयजित किया है? इससे भी बड़ा सवाल कि वो शख्स कहां से कैसे आया था? इस खौफनाक साजिश को अंजाम देने के बाद आखिरकार वो कहां गुम हो गया है? उसकी पहचान क्यों नहीं हो पा रही है? देश के सबसे हाईटेक शहर में वो आखिर कहां जाकर छिप गया है? 

इन सवालों के जवाब आने में अभी वक्त है, लेकिन फिलहाल कर्नाटक के गृहमंत्री किसी आतंकी साजिश की बात स्वीकार नहीं रहे हैं और ना ही इनकार कर रहे हैं. साल 2022 में मंगलुरू में भी एक धमाका हुआ था. इसमें आईएसआई का हाथ आया था. रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच में एजेंसियां कोई भी एंगल नहीं छोड़ना चाहती. कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. यही वजह है कि सूबे की पुलिस के साथ केंद्रीय जांच एजेंसियां एनआईए और एनएसजी इस धमाके की तहकीकात में जुटी हुई हैं.

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बताते चलें कि रामेश्वरम कैफे बेंगलुरु शहर का सबसे नामी रेस्त्रां है. यहां हुए धमाके में 10 लोग घायल हो गए हैं. धमाका होते ही अंदर धुआं भर गया. जान बचाने के लिए लोग इधर उधर भागने लगे. एक बार तो लोगों को लगा कि शायद ये सिलिंडर ब्लास्ट है, लेकिन जब पुलिस औऱ एनआईए की टीम मौके पर पहुंची तो शक की सूई दूसरी ओर घूम गई. पुलिस ने पूरे कैफे को सील कर दिया. फ़ॉरेंसिक जांच जारी है. शनिवार की सुबह एनएसजी की टीम भी रामेश्वरम कैफे पहुंच गई.

एनएसजी ने पूरे कैफे की तलाशी, बम स्कॉड की टीम ने कैफे के अंदर और बाहर जांच की. तलाशी के दौरान धमाके में इस्तेमाल की गई एक बैटरी और टाइमर बरामद हुआ है. कैफे की जांच के लिए चेन्नई से डॉग स्क्वाॉड की टीम को बुलाया गया. उसने भी जांच शुरू कर दी. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि पुलिस को जानकारी है कि संदिग्ध बीएमटीसी बस से घटनास्थल पर पहुंचा था. हमने कई टीमों का गठन किया है. सीसीटीवी फुटेज से कई सबूत एकत्र किए गए हैं. 

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