scorecardresearch
 

सेक्स स्कैंडल में फंसे बिहार के कांग्रेस नेता ने दिया इस्तीफा

बिहार कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडे एक दलित लड़की के यौन शौषण के मामले में फंस गए हैं. दलित लड़की कोई और नहीं बल्कि एक कांग्रेस के ही नेता की बेटी है. इस सनसनीखेज वारदात में एक पूर्व आईएएस का बेटा भी शामिल है. ढाई महीने पहले लड़की ने एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है.

Advertisement
X
ब्रजेश पांडे
ब्रजेश पांडे

Advertisement

बिहार कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजेश पांडे एक दलित लड़की के यौन शौषण के मामले में फंस गए हैं. दलित लड़की कोई और नहीं बल्कि एक कांग्रेस के ही नेता की बेटी है. इस सनसनीखेज वारदात में एक पूर्व आईएएस का बेटा भी शामिल है. ढाई महीने पहले लड़की ने एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. हालांकि आरोपों के बाद ब्रजेश पांडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.

पीड़ित लड़की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगा चुकी है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सीबीआई तक को पत्र लिख चुकी है, लेकिन कहीं से कोई मदद नही मिली. थक हार कर उसे मीडिया का सहारा लेना पड़ा. आरोपी निखिल प्रियदर्शी एक पूर्व आईएएस का बेटा तो है ही, उसके बहनोई सीबीआई में एसपी है. उसका दोस्त बिहार के डीजीपी का बेटा है.

Advertisement

पीड़ित लड़की को न सिर्फ ब्लैकमेल कर यौन शोषण किया गया है, बल्कि उसे प्रताडित भी किया है. उसका आरोप है कि ब्रजेश पांडे और निखिल प्रियदर्शी सेक्स रैकेट चलाते हैं. उसमें बिहार के कई रसूखदार नेता और ब्यूरोक्रेट भी शामिल हैं. पुलिस ने इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच शुरू की है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

पीड़िता ने बताया कि निखिल प्रियदर्शी से व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए उसकी जान-पहचान हुई थी. इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी. एक दिन निखिल उसे ब्रजेश पांडे के पास भेजा. वह उसे उनके बोरिंग रोड एक फ्लैट में ले गया था. वहां कोल्ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पीला दिया. इसके बाद उसको कोई होश नहीं था.

उसने बताया कि उसके नशे में आने के बाद ब्रजेश पांडे ने उसके प्राइवेट पार्ट को टच किया. उसने इसका बाद विरोध किया, तो निखिल और उसका परिवार उसको बहुत मरता-पिटता था. परिवार के लोग में निखिल के पिता औऱ भाई भी शामिल थे. वे सभी सेक्स रैकेट चलाते है. उसको भी सप्लाई करने के लिए दबाव बना रहे थे.

पीड़िता का आरोप है कि उसने जब थाने में शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस ने आरोपी को ही संरक्षण दिया. एसएचओ को जानकारी थी कि निखिल एयरपोर्ट से जा रहा है, लेकिन एडीजी को बताया तो उन्होंने गिरफ्तारी का आदेश नहीं दिया. हर कोई उसके पक्ष में है, इसलिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद उसने सीएम से गुहार लगाई.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement