सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सबसे खास और खूंखार शार्प शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे बिहार पुलिस ने नेपाल-भारत सीमा के पास आधुनिक असलहों और कारतूस के साथ पकड़ा है. पकड़े गए शूटर का नाम शशांक पांडेय है, जो कि लॉरेंस के साथ विक्रम बरार के लिए भी काम करता था. विक्रम बरार का नाम पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में सामने आया था. शशांक के साथ एक दूसरा शूटर त्रिभुवन साह भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है. इन दोनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में लूट, डकैती और फिरौती के कई केस दर्ज हैं.
नेपाल-भारत सीमा पर स्थित बिहार के रक्सौल के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि बेतिया का रहने वाला शशांक पांडेय दुबई से काठमांडू-गोरखपुर होते हुए रक्सौल पहुंचा था. उसका साथ देने के लिए पूर्वी चंपारण के हरपुर गांव का त्रिभुवन साह भी आया था. दोनों लॉरेंस और बरार के इशारे पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे. पुलिस को जैसे ही इसकी भनक लगी एक टीम बनाकर इन्हें पकड़ने के लिए लगा दिया गया. इस टीम में एसीपी, एसडीपीओ, एसएचओ, सब-इंस्पेक्टर के साथ बड़ी संख्या में कॉन्स्टेबल को लगाया गया था. पुलिस टीम ने पूरे शहर की नाकेबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें दोनों पकड़े गए.
एसपी ने बताया कि शशांक पांडेय और त्रिभुवन साह के पास से 9 एमएम की एक पिस्टल, 2 कारतूस, 21000 नेपाली करेंसी, 1200 भारतीय रुपए और एक बाइक बरामद की गई है. शशांक के खिलाफ जयपुर के एक ज्वैलरी शॉप से एक करोड़ रुपए लूटने का केस दर्ज है. वहीं अंबाला में आम आदमी पार्टी के नेता मक्खन सिंह लवाना से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का भी आरोप है. इन दोनों ही मामलों में उसकी तलाश की जा रही थी. इसके साथ ही उसने लॉरेंस और बरार के इशारे पर कई वारदातों को अंजाम दिया है. उन सबमें एनआईए की टीम लंबे समय से उसकी तलाश कर रही है. कुछ महीने पहले ही तलाशी के लिए गोरखपुर आई थी.
दुबई से पहुंचा गोरखपुर, करने वाला था बड़ी वारदात
पुलिस गिरफ्त में आए दूसरे अपराधी त्रिभुवन साह का लॉरेंस बिश्नोई और विक्रम बरार से सीधा संबंध नहीं मिला है. उसके खिलाफ पूर्वी चंपारण के हरपुर थाना में दो केस दर्ज है. लेकिन वो शशांक के साथ अक्सर वारदात को अंजाम दिया करता था. शशांक के काठमांडू होते हुए दुबई से गोरखपुर आने के बाद दोनों कुछ दिन साथ रहे थे. इसके बाद किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए मोतिहारी आए थे. बिहार पुलिस जल्द इस मामले की सूचना एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को देने वाली है. पिछले साल हुई गिरफ्तारी से पहले शशांक गोरखपुर आया था. यहां उसने अपने दोस्तों के साथ पार्टी की थी. कुछ दिन रहने के बाद चला गया था.
पॉलिटेक्निक के लिए मथुरा जाकर अपराधी बन गया
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले शशांक पांडेय के पिता नित्यानंद पांडेय नौकरी की तलाश में गोरखपुर आए थे. उनका परिवार गोरखपुर शहर के आदर्श नगर स्थित नमकीन फैक्ट्री में बने क्वार्टर में किराए पर रहने लगा. उसके दो भाई विवेक और राहुल पांडेय हैं. इनमें एक भाई विवेक विदेश में नौकरी करता है, तो दूसरा राहुल ठेकेदारी का काम करता है. कुछ साल पहले पिता की मौत के बाद उसकी मां अपने गांव लौट गई. शशांक भी आगे की पढ़ाई के लिए मथुरा चला गया. वहां रहकर पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करता था. उसे कम समय में बहुत पैसे कमाने की चाहत थी, जिसकी वजह से उसने जरायम की दुनिया में कदम रख दिया.
तमंचे की तस्करी करने वाला ऐसे बना शार्प शूटर
शशांक पांडेय ने अवैध हथियारों की तस्करी शुरू कर दी. वो बिहार के मुंगेर में बने तमंचों की सप्लाई करने का काम करता था. इसकी वेस्ट यूपी में बहुत डिमांड थी. धीरे-धीरे उसका नेटवर्क हरियाणा और पंजाब में फैल गया. इसी दौरान वो लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया. लॉरेंस ने उसका परिचय विक्रम बरार से कराया. अब शशांक उन दोनों के लिए तमंचों की सप्लाई करने लगा. धीरे-धीरे उनके लिए सुपारी किलिंग का काम भी करने लगा. इस तरह वो लॉरेंस और बरार गैंग का सबसे खूंखार शार्फ शूटर बन गया. वो अक्सर वारदात को अंजाम देने के बाद गोरखपुर में छिप जाता था. दोस्तों के साथ जमकर पार्टी करता. उनको बताता कि अंबाला में नौकरी करता है.
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जानिए कौन है कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई?
तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई एक कुख्यात अपराधी है. इसके खिलाफ एक नहीं सैकड़ों मामले दर्ज हैं. वो जेल में बंद रहकर भी अपना गैंग ऑपरेट करता है. इसकी कमान उसका दोस्त गोल्डी बरार और ममेरा भाई सचिन बिश्नोई संभालते हैं. ये दोनों कनाडा में बैठकर गैंग चलाते हैं. इनके अलावा कनाडा में रहते हुए विक्रम बरार उसके पैसों के लेन-देन को देखता है. बताया जाता है कि लॉरेंस के क्राइम नेटवर्क में करीब एक हजार लोग जुड़े हैं. इसमें शार्प शूटर्स, कैरियर, सप्लायर, रेकी पर्सन, लॉजिस्टिक स्पोर्ट ब्वॉय, शेल्टर मेन और सोशल मीडिया विंग के सदस्य शामिल हैं. इस गैंग का मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई को तो गोल्डी बरार को रीढ की हड्डी माना जाता है.
सलमान को धमकी देकर सुर्खियों में आया था
लॉरेंस बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की कई बार धमकी दे चुका है. इस वजह से उसका नाम पहली बार सुर्खियों में आया था. दरअसल, सलमान का नाम साल 1998 में काला हिरण शिकार मामले में आया था. बिश्नोई समाज काले हिरण की पूजा करता है. इसलिए उन्होंने उनका विरोध शुरू कर दिया. उनके खिलाफ केस दर्ज करके सजा दिए जाने की मांग होने लगी. अभी ये केस कोर्ट में चल ही रहा था कि जरायम की दुनिया में अपना सिक्का जमा चुके लॉरेंस ने सलमान को जान से मारने की धमकी दे डाली. उसने यहां यदि अभिनेता ने उसके समाज के सामने आकर माफी नहीं मांगी तो वो उन्हें मार डालेगा. यही वजह है कि सलमान सिक्योरिटी बढ़ाई गई है.