बिहार के आरा शहर में टाटा कंपनी का तनिष्क ज्वेलरी शोरूम है. इसकी गिनती शहर के बड़े ज्वेलरी शोरूम में होती है. दो मंजिला इस शोरूम में तनिष्क के कुल 25 मुलाजिम काम करते हैं. चूंकि शादी का सीजन चल रहा है, इसलिए आरा के आसपास के तमाम इलाकों से भी लोग यहां खऱीददारी करने आ रहे हैं. एक अंदाजे के मुताबिक शोरूम में करीब 50 करोड़ रुपए के जेवरात थे. सोमवार सुबह रोजाना की तरह ठीक 10 बजे शोरूम खुलता है. अगले 15 मिनट तक शोरूम की साफ सफाई की जाती है. तब तक स्टाफ का पहुंचना शुरु हो चुका था. अब सुबह के 10 बजकर 28 मिनट हुए थे. शोरूम में पहले दो ग्राहक दाखिल होते हैं. इस शोरूम में सुरक्षा की वजह से एक साथ एक ही ग्रुप के 6 लोगों को एंट्री नहीं दी जाती है.
पहले दो ग्राहक के अंदर दाखिल होते ही उसके पीछे पीछे तीन और ग्राहक शोरूम में दाखिल होते हैं. यानि कुल 5 लोग. असल में ये ग्राहक नहीं लुटेरे थे. इनमें से एक ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था. दूसरे ने हेलमेट के अंदर चेहरा छुपा रखा था. जबकि बाकी तीन बेखौफ, बिना चेहरा छुपाए, हाथ में तमंचा लिए शोरूम में घूम रहे थे. शोरूम में घुसते ही सबसे पहले एक लुटेरे ने दरवाजे पर खड़े बंदूकधारी गार्ड की पिटाई की और उसका बंदूक भी छीन लिया. अंदर तब जितने भी स्टाफ थे, अब सभी को दोनों हाथ ऊपर उठाने का हुक्म दिया गया. हाथ उठाने वालों में वो गार्ड भी था जिससे बंदूक छीनी गई थी. दरवाजे के करीब दाहिनी तरफ काउंटर पर तनिष्क का एक स्टाफ बैठा है. सारे लुटेरे दूसरी तरफ हैं. वो स्टाफ मौका देखकर अपनी सीट से उठता है.
वो दरवाजे की तरफ बढ़ने लगता है. बाहर निकलकर लोगों से मदद मांगना चाहता था. लेकन तभी एक लुटेरे की नजर उस पर पड़ जाती है. वो जोर से दूसरे लुटेरे से कुछ कहता है. दो लुटेरे तुरंत लपककर उसके पास जाते हैं. इसके बाद उसकी पिटाई शुरु कर देते हैं, फिर उस शख्स को भी उस तरफ ले जाते हैं, जिधर बाकी के स्टाफ दोनों हाथ उठाए खडे थे. लुटेरों में से एक बाकायदा थैला लिए है. उस थैले के अंदर भी कई थैले हैं. अब एक एक कर वो थैले बाकी साथियों को देता है. एक लुटेरा तमाम स्टाफ को पिस्टल के नोक पर संभाले था. बाकी के चार शोरूम से जेवर उठा उठा कर थैलों में भरते जा रहे थे. बीच में लुटेरे बराबर के कमरे की तरफ भी जाते दिखाई देते हैं. दरअसल दूसरी तरफ भी शोरूम का ही एक हिस्सा है.
वो वहां से भी जेवर बटोर रहे थे. शोरूम के जिस स्टाफ को लुटेरों ने पीटा था, शायद उसके सिर से खून गिर रहा था. लिहाजा शोरूम की ही एक स्टाफ उसे कुर्सी पर बिठा देती है. फिर शायद कोई बैंडेज, कॉटन या रूमाल उसेक सिर पर लगा देती है. इस पूरी लूटपाट के दौरान दो महिलाएं लगभग निढाल सी हो रही है. एक तो घबराकर नीचे ही बैठ जाती है. दूसरी की शायद सांसे उखड़ रही थी. 9 मिनट के अंदर जितना माल लुटेरे थैले में भर सकते थे, अलग अलग थैलों में भर लिए. बीच-बीच में वो अपनी जेबों में भी जेवर रखते जा रहे थे. जब उन्हें लगा कि अब काफी माल हाथ आ चुका है, तब 10 बजकर 37 मिनटर पर सभी स्टाफ को एक साथ बिठा कर कट्टा लहराते हुए वो शोरूम से निकल जाते हैं. बाहर बाइक पर उनके साथी मौजूद थे.
इसके बाद वो उन्हीं बाइक पर बैठकर वहां से निकल भागते हैं. स्टाफ बाहर निकलकर शोर मचाते हैं. पुलिस आती है. स्टोर मैनेजर की माने तो लुटेरों के घुसने के फौरन बाद 10 बजकर 31 मिनट पर पहली बार पुलिस को फोन किया गया था. इसके बाद लगातार कई फोन किए, लेकिन पुलिस नहीं आई, बल्कि महफिल माफ कीजिएगा शोरूम लुटने के बाद आई. वैसे लुटेरे भी कम नौसिखिए नहीं थे. शोरूम में दाखिल हुए तो तादाद 5 थी. इनमें से सिर्फ दो ने अपने चेहरे छुपा रखे थे. एक ने तो डबल सुरक्षा के तहत हेलमेट भी पहन रखा था. लेकिन बाकी के तीन खुल्लम खुल्ला घूम रहे थे. जब तीन को चेहरा छुपाना ही नहीं था तो बाकी दो के छुपाने का कोई मतलब नहीं बनता. क्योंकि तीन के जरिए दो तक आसानी से पहुंचा जा सकता था.
खैर अब पुलिस उनकी तस्वीरों को अपने व्हाट्सऐप ग्रुप पर भेज देती है. बाहर बाइक की भी तस्वीरें थी. वो भी आसपास की पुलिस को भेज दी जाती हैं. हर जगह नाकेबंदी कर दी गई थी. छपरा के करीब एक गांव में अचानक तीन मोटरसाइकिल पर 6 लोग तेजी से भागते हुए दिखाई देते हैं. पुलिस के पास बाइक की सूचना पहले से ही थी. पुलिस उन्हें रुकने का इशारा करती है, लेकिन बाइक सवार उल्टे पुलिस पर गोलियां चला देते हैं. जवाब में पुलिस भी गोली चलाती है. एक बाइक पर सवार दो लोगों को गोली लगती है. वो गिर पड़ते हैं. दोनों के पैर में गोली लगी थी. लेकिन बाकी दो बाइक पर सवार चार लुटेरे पुलिस को चकमा देकर निकल भागते हैं. इन दो लुटेरों को घायल करने के बाद पकड़ा गया उनके पास से दो थैले मिले.
ये वही थैले थे जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे. इनमें जेवरात भरे जा रहे थे. दोनों लुटेरों को अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने इन दोनों लुटेरों के पास से तनिष्क के कुछ जेवर भी बरामद किए. ये जेवर उन्हीं में से एक थैले में रखा था. फिलहाल पुलिस इनके बाकी साथियों और बाकी जेवर को ढूंढने और बरामद करने की कोशिश में जुटी है. उधर, इस लूटकांड की गूंज बिहार विधानमंडल में भी सुनाई दी. नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने लूट का वीडियो दिखाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा. इस पर नीतीश ने कहा कि वो इस कांड में शामिल लोगों को छोड़ने वाले नहीं हैं. वो अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का निर्देश दे चुके हैं. पुलिस शेष लुटेरों की तलाश कर रही है. बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.