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ISIS को खत्म करने के लिए सीरिया में ताबड़तोड़ बमों की बारिश

जमीन पर ताबड़तोड़ बमों की बारिश और आसामान में उड़ान भरते ब्रिटेन के रॉयल एयरफोर्स के टॉनेर्डो फाइटर जेट्स. सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ छिड़े जंग की ये सबसे ताजा तस्वीर है. वो तस्वीर जिसमें ब्रिटेन अब बिल्कुल एक्टिव रोल में नजर आ है.

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रूस और फ्रांस के हमले से सीरिया में पहले ही आईएसआईएस के पांव उखड़ने लगे थे. अब ब्रिटेन भी. इस जंग में कूद पड़ा है. इधर, प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने रॉयल एयर फोर्स को हमले का हुक्म दिया और उधर टॉरनेडो फाइटर जेट्स ने सीरिया में बर्बादी की नई कहानी लिखने की शुरुआत कर दी. इससे पहले ब्रिटेन की संसद में आईएस के खिलाफ हवाई हमले करने या ना करने के सवाल पर लंबी बहस हुई. और आखिरकार ब्रिटिश संसद ने हमले की इजाजत दे दी.

जमीन पर ताबड़तोड़ बमों की बारिश और आसामान में उड़ान भरते ब्रिटेन के रॉयल एयरफोर्स के टॉनेर्डो फाइटर जेट्स. सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ छिड़े जंग की ये सबसे ताजा तस्वीर है. वो तस्वीर जिसमें ब्रिटेन अब बिल्कुल एक्टिव रोल में नजर आ है. ब्रिटेन का फैसला कितना अहम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर यूं बम बरसाने के लिए ब्रिटेन की संसद ने पूरे साढ़े दस घंटे तक जबरदस्त माथापच्ची की. इसके बाद कहीं जाकर जब हमले के हक में 223 के मुकाबले 397 वोट पड़े, तब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने रॉयल एयरफोर्स को हमले का हुक्म दिया.

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विरोधियों ने दिया था ये तर्क
सीरिया में हमले को लेकर ब्रिटेन कितने असमंजस में था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें सांसदों को अपने साथ लेने के लिए बहुत भावुकता से अपील करनी पड़ी. प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा, क्या हमें अपने सहयोगियों के साथ ऐसे आतंकवादियों को तबाह करने के लिए लड़ना चाहिए.? या हमें ऐसे आतंकवादियों के घर में घुस कर उन्हें मारना चाहिए? या फिर हमें चुपचाप उस घड़ी का इंतजार करना चाहिए, जब वो हम पर हमला करें?

हालांकि विरोधी लगातार ये तर्क दे रहे थे कि सीरिया के लोग पहले ही वहां हो रहे हमलों से काफी परेशान हैं और अब इस लड़ाई में नए सिरे से ब्रिटेन के कूदने से उनकी परेशानी और बढ़ जाएगी. बहुत मुमकिन है कि आतंकवादियों के साथ-साथ आम लोग और खास कर महिलाएं और बच्चे भी इसका शिकार बन जाएं. लेकिन आखिरकार संसद ने फैसला हमले के हक में ही दिया.

ब्रिटेन के इस फैसले से आया नया मोड़
अमेरिका ने आईएसआईएस के खिलाफ मोर्चे की शुरुआत तो काफी पहले कर दी थी. इसमें नेटो मुल्क भी अमेरिका का साथ दे रहे थे. लेकिन पेरिस पर पिछले 13 नवंबर को हुए आईएसआईएस के हमले के बाद दुनिया के कई ऐसे मुल्कों ने भी सीधे तौर पर आईएसआईएस से टकराने का फैसला कर लिया, जो अब तक पर्दे के पीछे से इस लड़ाई में शामिल थे. सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के दावत पर रूस भी तकरीबन डेढ़ महीने से सीरिया में बमबारी कर रहा था, लेकिन फ्रांस पर हुए हमले के बाद खुद फ्रांस ने भी इस लड़ाई में रूस का साथ देने का फैसला किया. दूसरे विश्व युद्ध के बाद ये पहला मौका था, जब फ्रांस और रूस एक साथ मिल कर अपने किसी दुश्मन को निशाना बना रहे थे. लेकिन अब इस मामले से सबसे नया मोड़ ब्रिटेन के फैसले से आया है, क्योंकि ब्रिटेन ने भी फ्रांस और रूस जैसे मुल्कों के साथ सीधे सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर हमले की शुरुआत कर दी है.

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सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर जारी रूसी बमबारी से बौखलाए आतंकवादियों ने. एक बार फिर नफरत की सारी हदें पार कर दीं. अपनी खूनी रवायत पर चलते हुए इस बार उन्होंने एक रूसी जासूस का ना सिर्फ सिर कलम कर दिया, बल्कि हमेशा की तरह. उसका भी वीडियो सोशल साइट पर डाल दिया. लेकिन पहले के वीडियो से अलग इस नए क्लिप में. आतंकवादी अंग्रेजी या अरबी में नहीं बल्कि रूसी भाषा में बात कर रहा था.

8 मिनट के वीडियो ने याद दिलाया जिहादी जॉन
नफरत की सारी हदों से आगे निकल कर अपने ही जैसे इंसानों का गला काटने के लिए बदनाम आईएसआईएस के आतंकवादियों ने अब खौफ का एक और वीडियो जारी किया है. इस बार ये वीडियो है एक ऐसे रूसी जासूस का. जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वो सीरिया में रह कर रूस के लिए आईएसआईएस की जासूसी कर रहा था. किसी नदी या झील के किनारे फिल्माया गया ये वीडियो उस जेहादी जॉन की याद दिलाता है, जिसे आईएसआईएस की तरफ से इस खूनी रवायत की शुरुआत की थी. लेकिन इस वीडियो और जॉन के वीडियो में जो सबसे बड़ा फर्क है, वो है इस बार सिर कलम करनेवाले आईएसआईएस के आतंकवादी का अपना चेहरा खुला रखना. फौजी लिबास में खड़े आईएसआईएस के इस आतंकवादी ने अपने हाथ में एक ऐसा चाकू ले रखा है, जो आम तौर पर कमांडो इस्तेमाल करते हैं. और 8 मिनट के इस वीडियो में अपने शिकार की जान लेने से पहले वो रशियन लैंग्वेज में ही रूस का धमकाता नजर आ रहा है. और तो और खुले चेहरेवाला ये आतंकवादी खुल कर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन का भी नाम लेता है और कहता है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के बुलावे पर रूस को सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानों पर हमला करना भारी पड़ेगा.

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ये है आतंकवादी की खुली धमकी
आतंकवादी ने कहा, 'रशियन लोग, तुम पछताओगे और तुम्हें निराश होना होगा. हम तुम्हें बताना चाहते हैं कि सीरिया में जारी रूसी हमले से हमारे इरादे और मजबूत होंगे. तुम अपने घरों में भी चैन से नहीं हो पाओगे. हम तुम्हारे बच्चों को भी वैसे ही मारेंगे, जैसे तुम सीरिया में हमारे बच्चों को मार रहे हो. जैसे तुम सीरिया में हमारे घर उजाड़ रहे हो, हम भी वैसे ही तुम्हारे घर उजाड़ देंगे.'

ISIS ने तोड़ी दरिंदगी की सारी हदें
इराक और सीरिया में 21 अगस्त 2014 से बंधकों को मारने का जो सिलसिला जारी हुआ है वो आज तक बदस्तूर जारी है. इन दोनों देशों मेंम पिछले 10 महीनों से कत्लेआम चल रहा है. लाशों की सही गिनती का किसी को पता नहीं और कोई ये भी नहीं बता सकता कि बगदादी के बेलाग हो चुके आतंकवादी आखिर कब रुकेंगे. अब तो इराक और सीरिया के रेगिस्तानी इलाकों की तपती रेत पर इंसानों की लाशें मिलना रोजमर्रा की बात हो चली है. पर सवाल अब भी वही है. सवाल ये कि आखिर ये वीडियो और बेगुनाह लोगों को मारने सिलसला कब तक यूंही चलता रहेगा और आखिर कब तक आईएसआईएस के आतंकवादी दुनिया को यू हीं दहलाते रहेंगे.

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