आज के इस दौर की सबसी बड़ी खूबी है कि आदमी पत्थर का, दिल पत्थर का और घर पत्थर का. अब ऐसे में अगर कोई लड़की भरे शहर की किसी पथरीली सड़क पर खंजर के 26 घाव खा कर पड़ी तपड़पती रहे, सिसकती रहे तो भला कोई पत्थर दिल इंसान उसकी मदद के लिए क्यों आगे आएगा? कहानी दिल्ली की एक लड़की की है. कहानी इकतरफा इश्क में पागल एक लड़के की है और कहानी पत्थर हो चुके एक शहर की भी है, जहां मुर्दों के बीच एक मौत होती है.
उत्तर दिल्ली के बुराड़ी इलाके में 20 सितंबर को सुबह नौ बजे एक लड़की करुणा अपनी चचेरी बहन के साथ घर से बाहर नाश्ते के लिए निकली थी, पर तभी रास्ते में ही उसका पुराना कंप्यूटर टीचर अचानक उसके सामने आ गया और लड़की पर लगातार चाकू से वार करने लगा.
इकतरफा इश्क में पागल था कातिल
दरअसल दिल को झकझोर देनेवाली इस कहानी की शुरुआत करीब तीन साल पहले हुई थी. जब करुणा ने घर के पास ही कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए एक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था. कंप्यूटर सिखाने वाले टीचर का सुरेंद्र नाम था. कंप्यूटर के कोर्स की पढ़ाई के दौरान ही सुरेंद्र को करुणा से इकतरफा इश्क हो गया. बात इतनी बढ़ी कि मामला करुणा के घर तक पहुंच गया. करुणा के घर वालों ने पुलिस में भी रिपोर्ट लिखाई, मगर फिर बाद में दोनों परिवारों में समझौता हो गया. समझौता ये कि अब सुरेंद्र कभी करुणा को तंग नहीं करेगा और ना ही उसका पीछा करेगा.
समझौते के बाद सुरेंद्र रोहिणी शिफ्ट हो गया, जबकि करुणा संत नगर में ही नौकरी करने लगी. ऐसा लगा कि सब ठीक हो गया, पर ये धोखा था. दरअसल सुरेंद्र की सनक खत्म नहीं हुई थी. वो करुणा के इकतरफा इश्क में इस हद तक पागल हो चुका था कि फैसला कर लिया कि अगर वो उसकी नहीं हो सकती, तो फिर किसी की नहीं होगी.
सबके सामने करता रहा चाकू से हमला
20 सितंबर की सुबह नौ बजे करुणा अपनी चचेरी बहन के साथ लेबर चौक के करीब से गुजर रही थी. तभी अचानक बाइक पर सुरेंद्र वहां पहुंच गया. वो पहले से ही करुणा को मारने का फैसला कर आया था. करुणा को देखते ही उसने अपनी बाइक बीच सड़क पर गिरा दी. इसके बाद पहले उसी बाइक पर लात मार कर अपना गुस्सा निकाला और फिर करुणा पर टूट पड़ा. पहले ही हमले में उसने एक के बाद एक करुणा पर चाकू से कुल छह वार किए. छठे वार के बाद पहली बार करुणा लड़खड़ाती और सड़क पर गिर पड़ी. तमाम लोग उस वक्त उसके पास से गुजरे, सबके सामने सुरेंद्र करुणा पर चाकू से हमले करता रहा, पर किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वो सुरेंद्र को रोके. इस बीच एक शख्स ने करुणा को जरूर बचाना चाहा, लेकिन सुरेंद्र ने उसे डरा कर भगा दिया.
इसके बाद सुरेंद्र ने जमीन पर गिरी करुणा पर फिर से उसी चाकू से हमला किया. अबकी बार वो एक के बाद एक कुल 16 वार करता है. सुरेंद्र अब तक करुणा पर दो किश्तों में कुल 22 वार कर चुका था. फिर इसी बीच उसके हाथ से चाकू फिसल जाता है. वो खड़ा होता है, पर फिर अगले ही पल मुड़ता है और अब करुणा को लात से मारता है. इस दौरान एक शख्स उसे रोकने के लिए उसकी तरफ बढ़ने की कोशिश करता है, लेकिन सुरेंद उसे भी डरा कर भगा देता है. फिर वो जमीन पर बैठता है और तीसरी किश्त में करुणा पर उसी चाकू से दो और वार करता है. फिर रुकता है और आखिरकार चौथी और आखिरी बार वो करुणा पर चाकू से आखिरी दो वार करता है.
मोबाइल से ली मरती करुणा की फोटो
इसके बाद वो पूरे इत्मीनान से जेब से मोबाइल निकालता है. किसी का नंबर मिलाता है और फिर उससे बात करता है. वो फिर से करुणा के करीब जाता है और उसका मोबाइल छीन कर उसे सड़क पर ही तोड़ने लगता है. तब तक सड़क पर भीड़ बढ़ जाती है और लोग उसे पकड़कर पीटने लगे. एक चश्मदीद के मुताबिक करुणा को मारने के बाद उसने अपने मोबाइल से उसकी तस्वीर भी ली और फिर उसे व्हाट्स एप पर किसी को भेज कर बताया कि उसने करुणा को मार दिया है.
कत्ल का मोबाइल से कनेक्शन
फिलहाल पुलिस सुरेंद्र से पूछताछ करने का इंतजार कर रही है क्योंकि कत्ल के बाद लोगों की पिटाई से वो बुरी तरह जख्मी है. हालांकि लोगों की मानें तो इस वारदात का दोनों के मोबाइल फोन से कोई ना कोई रिश्ता जरूर है क्योंकि कत्ल के बाद जब तक लोगों ने कातिल को काबू में नहीं किया था, तब तक वो लड़की का मोबाइल फोन निकाल कर उसे तोड़ चुका था. सुरेंद्र दिल्ली पुलिस के एक रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का बेटा है और पहले से शादीशुदा है, लेकिन उसका अपनी पत्नी के साथ विवाद चल रहा है.