अब से करीब 22 महीने पहले मुंबई के एक अपार्टमेंट में एक आईएएस अफसर की बेटी और उभरती हुई वकील पल्लवी पुरकायस्थ का कत्ल कर दिया गया था. बाद में पता चला कि कातिल ने पल्लवी को इसलिए मार डाला क्योंकि वो उसके साथ जबरदस्ती करने में नाकाम रहा था. मुंबई की सेशन कोर्ट ने तेजी से मामले की सुनवाई करते हुए सोमवार को इस मुकदमे का फैसला सुना दिया.
अदालत ने पल्लवी के कत्ल का गुनहगार उसी अपार्टमेंट के सिक्योरिटी गार्ड सज्जाद मुगल उर्फ सज्जाद पठान को ठहराया है. लेकिन उसे फांसी होगी या उम्र कैद, इसका एलान 3 जुलाई को होगा. पल्लवी के माता पिता और सुमिता ने सिक्योरिटी गार्ड सज्जाद मुगल के लिए मौत की सजा की मांग की है.
25 साल की पल्लवी मुंबई में फरहान अख्तर की कंपनी ऐक्सल एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड में काम करती थी और पिछले दो साल से मुंबई में ही अपने ब्वॉयफ्रेंड अविक सेनगुप्ता के साथ पॉश इलाके वडाला स्थित हिमालयन हाइट्स बिल्डिंग में रहती थी.
क्या है पूरा मामला?
घटना 9 अगस्त 2012 को हुई थी. वॉचमैन सज्जाद अक्सर पल्लवी का पीछा करता था. कई बार पल्लवी उसे डांट भी पिला चुकी थी. इसी का बदला लेने के लिए उसने कत्ल को अंजाम दिया. कत्ल वाली रात सज्जाद ने पल्लवी के फ्लैट की बत्ती काटी थी. बिजली ठीक करने के बहाने वो इलेक्ट्रीशियन के साथ पल्लवी के फ्लैट में दाखिल हुआ और चुपके से फ्लैट की चाबी चुरा ली. कुछ देर बाद उसी चाबी से दरवाजा खोलकर वो पल्लवी के कमरे में दाखिल हुआ. पहले उसने रेप की कोशिश की और फिर पल्लवी के प्रतिरोध करने पर चाकू गोदकर उसकी हत्या कर दी.
ब्वॉयफ्रेंड पर हुआ शक
पल्लवी मर चुकी थी और शुरुआती जांच में पुलिस का शक पल्लवी के ब्वॉयफ्रेंड पर ही गया. फिर शुरूआती बयान और सबूत भी उसी की तरफ इशारा कर रहे थे. मगर ब्वायफ्रेंड से पूछताछ करते ही पुलिस को लग गया था कि मामला कुछ और है. पुलिस ने जब बारीकी से सारी कड़ियां जोड़नी शुरू कीं तो पता चला कि कत्ल के बाद से ही कातिल उसकी नजरों के सामने था. बस पहचानने में देर हो गई. मुंबई पुलिस ने पल्लवी की मर्डर मिस्ट्री बेहद कम वक्त में ही सुलझा ली थी.
ऐसे सुलझी कत्ल की गुत्थी
मगर अदालत में उसे गुनहगार ठहराने के लिए जरूरी था कि सारे गवाह और सबूत ठोस तरीके से पेश किए जाएं. मुंबई पुलिस ने यही किया. इस सिलसिले में सज्जाद मुगल के खिलाफ जो सबूत सबसे कारगर रहा वो था वारदात वाली रात पल्लवी के घर बार-बार बिजली जाना. पूरी सोसायटी में बिजली या फोन की कोई दिक्कत नहीं थी. बस पल्लवी के फ्लैट में ही फोन भी कटा था और बिजली भी. और ये साजिश थी उसी सज्जाद की.
हालांकि, इस पूरी कहानी का एक अफसोसनाक पहलू ये भी है कि पल्लवी की मौत के करीब साल भर बाद ही उसके ब्वॉयफ्रेंड अवीक सेनगुप्ता की भी मौत हो गई थी. अवीक ने वारदात के बाद सबसे पहले पल्लवी की लाश देखी थी. अविक की मौत की वजह बीमारी थी.
अब अदालत ने सज्जाद को पल्लवी की मौत का गुनहगार तो करार दे दिया है पर उसे क्या सजा मिलेगी, इसका एलान 3 जुलाई को होगा. हालांकि जिन धाराओं के तहत सज्जाद को गुनहगार ठहराया गया है उसके हिसाब से उसे उम्र कैद से लेकर फांसी तक की सजा हो सकती है. हालांकि पल्लवी के घर वालों की मांग है कि उनकी बेटी के कातिल को मौत से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए.