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बिहार: सरकारी हैंडपंप से हाथ धोने पर आधा दर्जन दलितों के साथ मारपीट, इलाज के दौरान एक की मौत

बिहार के सारण जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव में सार्वजनिक हैंडपंप पर हाथ धो रहे आधा दर्जन दलितों को पीट-पीटकर जख्मी कर दिया गया.  इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने उस शव को छपरा मुजफ्फरपुर NH 722 पर रखकर सड़क को घंटों जाम रखा.

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मृतक के शव को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर किया विरोध
मृतक के शव को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर किया विरोध
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 12 मई की घटना पर 16 तारीख को हुई FIR
  • सार्वजनिक हैंडपंप से हाथ धोने पर हुई मारपीट
  • घायलों का पटना के एक अस्पताल में हो रहा इलाज
  • ग्रामीणों ने लगाया नेशनल हाइवे पर लगाया जाम

बिहार के सारण जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव में सार्वजनिक हैंडपंप पर हाथ धो रहे आधा दर्जन दलितों को पीट-पीटकर जख्मी कर दिया गया.  इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई है. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने उस शव को छपरा मुजफ्फरपुर NH 722 पर रखकर सड़क को घंटों जाम रखा. सड़क जाम की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को शांत कराकर जाम हटवाया.

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12 मई को भेल्दी थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव निवासी मृतक शिवप्रसाद राम के घर के लोग सार्वजनिक हैंडपंप पर शौच के बाद हाथ धो रहे थे. तभी गांव के ही 14 लोगों ने लाठी-डंडे फरसा, लोहे की रॉड, तलवार से हमला कर दिया. इसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए. घायलों में शिव प्रसाद राम, चंदन कुमार राम, सिकंदर राम, विवेक कुमार राम, सरोज देवी और पन्ना देवी शामिल हैं.

सभी को इलाज के लिए गड़खा CHC ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया. छपरा में कुछ लोगों का इलाज हुआ एवं गंभीर स्थिति को देखते हुए 3 लोगों को पीएमसीएच पटना बेहतर उपचार के लिए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया.

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पीएमसीएच में इलाज के क्रम में शनिवार को स्वर्गीय जानकी राम के 45 वर्षीय पुत्र शिव प्रसाद राम की मौत हो गई. मृतक का शव पोस्टमॉर्टम होने के बाद जैसे ही गांव पहुंचा, आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 722 पर मोलनापुर के समीप शव को रखकर सड़क जाम कर दी. घटना की सूचना मिलने के बाद भेल्दी पुलिस, मढ़ौरा इंस्पेक्टर, गड़खा विधायक सुरेन्द्र राम सहित तमाम लोगों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत कराया. जिसके बाद जाम हटा और पुनः आवागमन शुरू हुआ.

आक्रोशित लोगों ने मामले में शामिल सभी आरोपियों को यथाशीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने एवं मृतक के परिजनों को सरकारी मुआवजा तथा नौकरी दिलाने की मांग की. परसा BDO ने मृतक के परिजनों को 20 हजार रुपये सरकारी सहायता देने का आश्वासन दिया. इस घटना के बाद पीड़ितों द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी जिसमें 14 लोग अभियुक्त बनाए गए थे. 12 मई को हुई घटना के बाद भेल्दी थाने में 16 मई को FIR दर्ज करवाई गई, जिसमें हैंडपंप पर हाथ धोने के दौरान मारपीट का जिक्र किया गया है.

 

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